हजारीबाग में दुकान खाली करने के विवाद में दो पक्षों के बीच मारपीट, प्राथमिकी दर्ज
प्राथमिकी के लिए दिये आवेदन में पूर्णिमा श्रीवास्तव ने कहा है कि ससुर स्व अरुण श्रीवास्तव ने प्रदीप प्रसाद को भाड़े पर दुकान दी थी. उसके एकरारनामा की अवधि समाप्त होने के बाद भी दुकान पर कब्जा करना चाह रहे थे.
हजारीबाग शहर के आनंदपुरी स्थित झिंझरिया पुल के पास दुकान खाली करने के विवाद में मारपीट मामले में कोर्रा थाना में दो प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पहली प्राथमिकी मकान मालकिन पूर्णिमा श्रीवास्तव ने दर्ज करायी है. इसमें भाजपा नेता सह समाजसेवी प्रदीप प्रसाद, आशीष प्रसाद, दीपक समेत अन्य को आरोपी बनाया गया है. इसमें कहा गया है कि आरोपियों ने मेरी प्रॉपर्टी पर जबरन कब्जा करने का प्रयास किया.
प्राथमिकी के लिए दिये आवेदन में पूर्णिमा श्रीवास्तव ने कहा है कि ससुर स्व अरुण श्रीवास्तव ने प्रदीप प्रसाद को भाड़े पर दुकान दी थी. उसके एकरारनामा की अवधि समाप्त होने के बाद भी दुकान पर कब्जा करना चाह रहे थे. इसलिये दुकान में ताला जड दिया था. 12 जुलाई को प्रदीप प्रसाद के भाई और समर्थक दुकान का ताला तोड़ रहे थे. मना करने पर उक्त लोगों ने मारपीट व दुर्व्यवहार किया.
मामले में दूसरी प्राथमिकी फुलवा कच्छप ने दर्ज करायी है. इसमें रंजन श्रीवास्तव, पूर्णिमा श्रीवास्तव समेत अन्य को आरोपी बनाया है. प्राथमिकी में कहा गया है कि आरोपियों ने जातिसूचक शब्द कहकर अपमानित करते हुए बाल पकड़ कर मारपीट की. आरोपियों पर मारपीट करने व अनुसूचित जाति-जनजाति अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है. प्राथमिकी में कहा गया है कि झिंझरिया पुल के निकट विवाद हो रहा था. दोनों पक्ष के लोग जान-पहचान के हैं. बीच-बचाव करने गयी, तो आरोपियों ने मारपीट की. कोर्रा थाना प्रभारी उत्तम कुमार तिवारी ने कहा कि थाना में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गयी है. दोनों मामले का अनुसंधान चल रहा है. इसके बाद आरोपियों पर कार्रवाई की जायेगी.