प्राकृतिक संसाधन का राजा होते हुए भी आदिवासियों के पास पैसा नहीं : दिलीप

झारखंड मैरैज गार्डन में सामुदायिक वन अधिकार और व्यक्तिगत वन अधिकार पर महासभा सम्मेलन का आयोजन किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | August 4, 2024 3:32 PM
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वन अधिकार पर महासभा सम्मेलन

विष्णुगढ.

झारखंड मैरैज गार्डन में सामुदायिक वन अधिकार और व्यक्तिगत वन अधिकार पर महासभा सम्मेलन का आयोजन किया गया. आयोजन महाग्राम सभा टाटीझरिया व विष्णुगढ व राष्ट्रीय समन्वय सामूहिक वन अधिकार और गौणवन उपज द्वारा किया गया था. मुख्य अतिथि दिलीप गोडे महाराष्ट्र केंद्रीय संयोजक राष्ट्रीय समन्वय सामूहिक वन अधिकार व गौणवन उपज उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि जिस राज्य में आदिवासी अधिक है वहां अधिकार का गति धीमा है. गांव की व्यवस्था मुखिया, विधायक व सांसद बनाते हैं. आदिवासी की अधिक संख्या वाला राज्य झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ है. यह राज्य प्राकृतिक संसाधन का राजा होते हुए आदिवासियों के पास पैसा नहीं है. उन्होंने कहा कि परिवर्तन का माहौल खड़ा करें. ग्रामसभा में बड़ी ताकत होती है. डॉक्टर किशोरी मोधे मुखिया, राजीव, रूपचंद, गुणवंत वैद्य ने भी संबोधित किया. मौके पर विनोद बिहारी महतो, पूर्व मुखिया कैलाश महतो, संतोष भुइया, चेतलाल महतो, राजाराम बेसरा, गीता सोरेन, गोविंद महतो, नरेश साव, नीलकंठ महतो, जितेंद्र भास्कर, द्वारका टुडू, बंधु पटेल, हीरामन महतो, कुजलाल महतो समेत अन्य लोग उपस्थित थे.

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