हजारीबाग में युवाओं की पहली पसंद है घाघरा डैम, तीन पहाड़ों के बीच से गिरता है झरना
प्रकृतिक छटा से परिपूर्ण घाघरा डैम प्रखंड मुख्यालय से 12 किमी दूर हेवई पंचायत के पहरा में स्थित है. आने-जाने के लिये केरेडारी से पक्की सड़क है. चारो तरफ पहाड़, घने जंगलों से घिरा घाघरा डैम पर्यटन क्षेत्रों में से एक है.
अरुण यादव, केरेडारी :
हजारीबाग जिले के केरेडारी प्रखंड में पिकनिक स्पॉट अपनी मनोरम वादियों के लिए चर्चित है. जंगल, पहाड़, झरना व हरीभरी वादियों से परिपूर्ण पिकनिक स्थल सैलानियों के स्वागत में तैयार है. नये साल में केरेडारी प्रखंड के घाघरा डैम, कोती झरना, मां अष्टभुजी मंदिर, कुम्हरैया डैम पिकनिक स्पॉट मेहमानों से भरा रहता है. घाघरा डैम व कोती झरना से गिरता पानी आने वालें पर्यटकों का खूब मनोरंजन करता है.
युवाओं की पहला पसंद बना घाघरा डैम
प्रकृतिक छटा से परिपूर्ण घाघरा डैम प्रखंड मुख्यालय से 12 किमी दूर हेवई पंचायत के पहरा में स्थित है. आने-जाने के लिये केरेडारी से पक्की सड़क है. चारो तरफ पहाड़, घने जंगलों से घिरा घाघरा डैम पर्यटन क्षेत्रों में से एक है. दो पहाड़ियों के बीच से गिरते झरना का पानी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है. घाघरा डैम में सालों भर पानी गिरते रहता है. नया वर्ष आते ही पर्यटकों का आवागमन शुरू हो जाता है. घाघरा डैम युवाओं के लिए पहली पसंद है. घाघरा डैम से 500 मीटर की दूरी में मां अष्टभुजी का मंदिर स्थित है. यहां आने के लिये पक्की सड़क है. नये साल में यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने पहुंचते हैं.
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कोती झरना प्रखंड मुख्यालय से 20 किमी दूर बुंडू पंचायत में स्थित है. पहाड़ों व जंगलों से घिरा कोती का मनोरम दृश्य आकर्षक लगता है. नये साल में काफी संख्या में लोग वनभोज करने दूर-दूर से आते हैं. झरने की खासियत है की तीन पहाड़ों के बीच से सालों भर पानी गिरता है. कुम्हरैया डैम मुख्यालय से पांच किमी दूर सलगा पंचायत के कुठन में स्थित है. यहां आने-जाने के लिये पक्की सड़क है. कुम्हरैया डैम का मनोरम दृश्य मनभावन लगता है. डैम का पानी ही नहाने व पिने में उपयोग करते है. डैम में सालो भर पानी रहता है.
सात नंबर डैम प्रखंड मुख्यालय से चार किमी दूर केरेडारी में स्थित है. आने-जाने के लिये कची सड़क है. चारो तरफ पहाडो व जंगलो से घिरा डैम का नजारा देखते ही बनता है. नये साल में यहां लोग काफी संख्या में वनभोज करने जाते है. डैम के चारो ओर लोगों की भीड़ देखते ही बनता है. डैम का पानी नहाने व पिने में उपयोग करते है. डैम की खासियत है की सालो भर पानी रहता है.
छत्तीसों माता स्थान प्रखंड मुख्यालय से छह किमी दूर कोदवे में स्थित है. आने-जाने के लिये कच्ची सड़क है. नए साल पर यहां सैकडो श्रद्धालु पूजा अर्चना कर मनोवांछित वर मांगते है. नये साल मे पिकनीक मनाने दूर-दूर से लोग आते है. यहां पीने व नहाने का उत्तम सुविधा है. पिकनिक स्पॉट में सामूहिक वन भोज कर लोग काफी आनंद महसूस करते हैं.
पिकनिक स्पॉट में नहीं है सुरक्षा की कोई व्यवस्था
केरेडारी प्रखंड के घाघरा डैम, कोती झरना, कुम्हरैया डैम, सात नंबर डैम पिकनिक स्पॉट केरेडारी में प्रसिद्ध हैं. इन गहरे जलाशयों में स्थानीय पुलिस प्रशासन व संबंधित विभाग द्वारा सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं किया गया है. सुरक्षा के ख्याल से कोई बोर्ड नहीं लगाया गया है. नये साल में दूर दराज से पहुंचे लोग जानकारी के अभाव में डैम में गहरे पानी में उतर जाते हैं. जिसे बड़ी घटना होने का हमेशा आशंका बनी रहती है.