Loading election data...

बरकट्ठा की लाइफ लाइन जीटी रोड बना जानलेवा

बरकट्ठा में जीटी रोड सिक्सलेन सड़क चौड़ीकरण निर्माण लगभग पांच वर्षों से अधूरा है. आधे-अधूरे निर्माण के कारण जीटी रोड पर दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | August 22, 2024 5:05 PM

बरकट्ठा की लाइफ लाइन जीटी रोड बना जानलेवा

सिक्सलेन सड़क चौड़ीकरण निर्माण लगभग पांच वर्षों से अधूरा

अधूरे निर्माण से एक वर्ष में

दर्जनभर लोगों ने इस रोड पर दुर्घटना में गंवाई जान गंवायी

ताजा मामला 19 अगस्त को दो बाइक सवार युवकों की हुई मौत

डाकडीह मोड़ से थाना मोड़ तक लगभग दो किमी फ्लाइओवर का काम अधूरा

सिक्सलेन सड़क निर्माण का एनएचएआइ प्रोजेक्ट डायरेक्टर और विधायक ने लिया जायजा

प्रतिनिधि, बरकट्ठा

बरकट्ठा में जीटी रोड सिक्सलेन सड़क चौड़ीकरण निर्माण लगभग पांच वर्षों से अधूरा है. आधे-अधूरे निर्माण के कारण जीटी रोड पर दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं. निर्माण एजेंसी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्यों का एनएचएआइ प्रोजेक्ट डायरेक्टर धीरज भारती और बरकट्ठा विधायक अमित कुमार यादव ने निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि निर्माण एजेंसी के कार्यों में लापरवाही साफ झलकती है. सुधार नहीं करते हैं तो अपना बोरिया बिस्तर समेटने को तैयार रहे. रिलायंस के पेटी कांट्रेक्टर राजकेशरी कंपनी के अधूरे निर्माण के कारण आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं. विधायक ने बताया कि पिछले एक वर्ष में लगभग दर्जनभर लोगों की जान सड़क दुर्घटना में चली गयी है. डायवर्सन की जगह सुरक्षा मानकों का अभाव देखा जा रहा है. किसी तरह लोग संभलकर चल रहे हैं. थोड़ी सी चूक हादसा को दावत दे रहा है. बारिश के मौसम में जान जोखिम में डालकर ही सड़क पर चला जा सकता है. बरकट्ठा की लाइफ लाइन जीटी रोड का हाल बेहाल है. डाकडीह मोड़ से थाना मोड़ तक लगभग दो किमी फ्लाइओवर का काम अधूरा है.

दैत्य की भांति खड़े हैं कुल 42 निर्माणाधीन पिलर

विकास का यह अधूरा काम बरकट्ठा की सूरत बिगाड़ कर रख दी है. फ्लाइओवर निर्माण को लेकर कुल 42 निर्माणाधीन पिलर दैत्य की भांति खड़े हैं. पिलरों के बीच खाली जगहों में गंदगी का अंबार है. इस ओर न तो जनप्रतिनिधियों का न ही अधिकारियों का कोई ध्यान है. निर्माण एजेंसी के उदासीन रवैये के कारण सड़क हादसों में रोज बढ़ोतरी हो रही है. 19 अगस्त की रात सड़क हादसे में बाइक सवार दो व्यक्ति की मौत हो गयी थी. सड़क दुर्घटना में मौत का यह सिलसिला कब थमेगा, कौन है इसके जिम्मेवार सवालों के जवाब का लोगों का रहेगा इंतजार.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version