आज की शिक्षा व्यवस्था में कौशल विकास का महत्व ज्यादा : डॉ अमिता
भारतीय ज्ञान प्रणाली के संदर्भ में छात्र-विविधता और कौशल विकास पर आयोजित व्याख्यान माला शनिवार को समाप्त हो गया.
श्री रामकृष्ण शारदा आश्रम शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में व्याख्यान माला का समापन
प्रतिनिधि, हजारीबागभारतीय ज्ञान प्रणाली के संदर्भ में छात्र-विविधता और कौशल विकास पर आयोजित व्याख्यान माला शनिवार को समाप्त हो गया. इस छह दिवसीय व्याख्यान माला का आयोजन श्री रामकृष्ण शारदा आश्रम शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय व एसबीएम शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय ने संयुक्त रूप से किया था. मुख्य वक्ता के रूप में विभावि की सहायक प्राध्यापिका डॉ अमिता कुमारी थी. शुरुआत प्राचार्य डॉ समाप्ति पॉल, डॉ अमिता व सभी सहायक प्राध्यापकों ने स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया. सहायक प्राध्यापक दयानंद कुमार यादव ने मुख्य अतिथि का परिचय दिया. डॉ अमिता ने आज के संदर्भ मैं कौशल विकास का महत्व व भविष्य में इसकी उपयोगिता के बारे में अवगत कराया. उन्होंने भारतीय ज्ञान की परिभाषा को पाश्चात्य ज्ञान की परिभाषा से तुलनात्मक विश्लेषण किया. संचालन प्रशिक्षु शिक्षक अनुभव हर्ष और दिलीप टुडू ने किया. धन्यवाद ज्ञापन में सहायक प्राध्यापिका तनिमा प्रिया ने किया. कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ समाप्ति पॉल,डॉ परीक्षित लायक, डॉ अपोलिना बाख़ला, तनिमा प्रिया, विवेकानन्द पाण्डेय, सुबोध कुमार दुबे, सुनील कुमार सोनी, दयानन्द यादव, श्यामली सलकर, डॉ सत्या सिंह, गोपाल राम, सिटू, अरविन्द मालाकार, सत्यजीत बेरा, प्रीतेश श्रीवास्तव तथा एसबीएम के अमित कुमार, पंकज कुमार, संजय कुमार, मंजरी कुमारी, सुषमा कुमारी, शुभ्रा रानी सिल, रविकान्त मणि, विवेक कुमार रवि, रविशंकर प्रसाद एवं दोनों महाविद्यालय के प्रशिक्षु शिक्षक उपस्थित थे.
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