प्रतिनिधि, चौपारण पहाड़ों की तलहटी में स्थित ढोढ़ीया जंगल में चल रही आरा मशीन को मंगलवार को वन कर्मियों ने छापेमारी कर बरामद कर लिया. साथ ही एक जेनरेटर, लकड़ी के बोटे समेत पटरे जब्त किया गया. वन कर्मियों को देखते ही आरा मशीन पर लकड़ी चिराई का काम कर रहे मजदूर काम छोड़कर फरार हो गये. तस्करों और मजदूरों के भागने के बाद वन कर्मियों से सभी सामान को जब्त कर लिया. कई दिनों से अवैध रूप से पेड़ों को काटकर तस्कर बोटे और पटरे की तस्करी कर मालामाल हो रहे थे. इसी सूचना वन विभाग को नहीं थी. पाठकों के लोकप्रिय अखबार प्रभात खबर में खबर छपने के बाद वन विभाग हरकत में आया और छापेमारी शुरू की. इससे पहले तस्कर सैकड़ों पेड़ों को काटकर जंगल को मैदान बना दिये. खबर प्रकाशित के बाद वन विभाग की नींद उड़ गयी. स्थानीय लोगों में वन विभाग के प्रति नाराजगी होने लगी. लोगों का कहना था कि जंगल में आरा मशीन लगाकर पेड़ काटे जा रहे हैं और वन विभाग चैन की नींद सो रहा है. छापामारी दल का गठन कर प्रभारी वनपाल मो आयूब अंसारी के नेतृत्व में छापेमारी की गयी. टीम में वनपाल मुकेश कुमार, पवन कुमार, वनरक्षी वाल्टर बारला, कुलदीप कुमार महतो, नीरज पंडित, सिकंदर कुमार यादव, कुंदन कुमार सहित कई वन कर्मी शामिल थे. जब्त आरा मशीन, जेरनेटर और लकड़ी के बोटे को वन विभाग चौपारण ले आया है. ज्ञात हो की ढोढ़ीया जंगल लकड़ी से लेकर अफीम की खेती करने के लिए सेफ जोन माना जाता रहा है.
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