नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता था गिरोह, तीन गिरफ्तार

बेरोजगार युवक युवतियों को नौकरी दिलाने के नाम पर रुपये ठगी करने वाले तीन आरोपियों को कोर्रा पुलिस ने गिरफ्तार किया.

By Prabhat Khabar News Desk | May 30, 2024 6:09 PM

एनजीओ बनाकर बेरोजगारों से नौकरी दिलाने के नाम पर वसूलते थे रुपये

छापेमारी में कंप्यूटर, लैपटॉप, कई रिज्यूमें, एक दर्जन रजिस्टर, स्कैनर आदि जब्त

हजारीबाग.

बेरोजगार युवक युवतियों को नौकरी दिलाने के नाम पर रुपये ठगी करने वाले तीन आरोपियों को कोर्रा पुलिस ने गिरफ्तार किया. इनमें बड़कागांव के हरली गांव निवासी उमांशु रंजन पिता अरुण कुमार, केरेडारी के खपिया गांव के अविनाश प्रियदर्शी पिता रामलखन साव और बड़कागांव के बिक्की निगम पिता रामेश्वर राम है. आरोपियों के पास से तीन मोबाइल, एक दर्जन रजिस्टर, एनसीआरआइबी का स्टीकर बैनर, लाल रंग के प्लास्टिक बैग में अभ्यर्थियों के रिज्यूम, एससीपी हाइरिंग एजेंसी का 42 पेमेंट रिसिप्ट, दर्जनों भरा हुआ एप्लीकेशन फाॅर्म, खाली फॉर्म, फोन पे का दो स्कैनर, सैमसंग कंपनी का लैपटॉप, जीओ कंपनी का रॉउटर, एचपी कंपनी का प्रिंटर, ज्रेबोनिक्स का सीपीयू, एसर कंपनी का मॉनिटर पुलिस ने जब्त किया है.

फर्जी एनजीओ बनाकर बेरोजगारों से ठगी :

एसडीपीओ कुमार शिवाशिष ने कहा कि एसपी अरविंद कुमार सिंह कि सूचना पर यह कार्रवाई की गयी. इसमें कहा गया कि कुछ व्यक्ति फर्जी संस्था व एनजीओ बनाकर बेरोजगार युवक-युवतियों को नौकरी दिलाने के नाम से बड़े पैमाने पर रुपये की ठगी की जा रही है. कई भुक्तभोगी युवकों ने भी कोर्रा थाना में एनजीओ के संस्थापक अजय सिंह, उमांशु रंजन, बिक्की निगम, अविनाश प्रसाद, पिंटू प्रसाद कुशवाहा, बिपिन कुमार, जुली कुमारी पर ठगी करने के आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी. दर्ज प्राथमिकी की जांच की गयी. अनुसंधान के क्रम में आरोप को सत्य पाया गया. एसडीपीओ के नेतृत्व में इस एनजीओ के सभी पदाधिकारियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की गयी. इसमें तीन आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया. पकड़े गये आरोपियों को कोर्रा पुलिस ने जेल भेज दिया.

लालच में न आएं, पुलिस को बतायें

एसडीपीओ कुमार शिवाशिष ने कहा कि लालच में आने पर लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं. अगर, कोई व्यक्ति नौकरी लगवाने के नाम पर रुपयों की मांग करता है तो समझ जाएं धोखाधड़ी होने वाली है. ऐसे लोगों की सूचना पुलिस को दें. वहीं, राह चलते भी टायर पंक्चर करने, आयल टपकने, गाड़ी में खराबी बताकर रोकने वालों के भी झांसे में नहीं आएं. उनसे सावधान रहने की जरूरत है. पुलिस शिकायत मिलने पर मुकदमा दर्ज करती है. इसके बाद टीम लगाकर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाता है.

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