जुआड़ी-शराबियों का अड्डा बना पुस्तकालय भवन
बड़कागांव के तहसील कार्यालय के पास है पुस्तकालय भवन. यह दस वर्ष पूर्व 34 लाख रुपये की लागत से बना है.
दस साल पहले बने पुस्तकालय भवन का आज तक उदघाटन नहीं
34 लाख की लागत से बने भवन में खिड़की-दरवाजे भी गायब
बिजली के तार से लेकर बल्ब तक निकाल कर ले गये चोर
प्रतिनिधि, बड़कागांव
बड़कागांव के तहसील कार्यालय के पास है पुस्तकालय भवन. यह दस वर्ष पूर्व 34 लाख रुपये की लागत से बना है. निर्माण होने के बाद इसका उदघाटन तक नहीं हुआ. हालत यह है कि पूरा पुस्तकालय भवन जर्जर हो गया है. दरवाजे, खिड़कियां टूट गये हैं. पंखे व बिजली के उपकरण गायब हैं. अभिकर्ता संजय सिंह का कहना है कि इस भवन को विशेष प्रमंडल द्वारा बनाया गया था. सिविल सोसाइटी के अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने बताया कि विद्यार्थियों व शिक्षित बेरोजगारों को पढ़ने के लिए बनाया गया था. इसके निर्माण कराने में तत्कालीन पंचायत समिति सदस्य राजीव रंजन ने भी उपायुक्त मनीष रंजन से पत्राचार किया था. अब इसका इस्तेमाल जुआड़ी, शराबी, गंजेड़ी और असामाजिक तत्व करते हैं.क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि :
विधायक अंबा प्रसाद ने दूरभाष पर बताया कि आचार संहिता समाप्त होने के बाद इस पर काम होगा. प्रमुख प्रतिनिधि हेमंत भुइयां का कहना है कि डीएमएफटी फंड से पुस्तकालय भवन की मरम्मत के लिए पठन-पाठन सामग्री के लिए पैसा आ चुका है. आचार संहिता खत्म होने के बाद काम शुरू होगा.विद्यार्थियों के लिए जरूरी है पुस्तकालय भवन
: बड़कागांव के अधिकांश विद्यार्थियों के लिए एक साथ मिल पढ़ने-लिखने की कोई उपयुक्त जगह नहीं है. बड़कागांव के कर्णपुरा कॉलेज, इंदिरा गांधी मेमोरियल कॉलेज, इंटर आर्ट्स कॉलेज, झारखंड कॉलेज, प्लस टू हाई स्कूल, राजकीय कन्या मध्य विद्यालय, आदर्श मध्य विद्यालय, मॉडर्न पब्लिक स्कूल, बीएम मेमोरियल स्कूल, सरगम इंटरनेशनल स्कूल, आइलेक्स पब्लिक स्कूल के कुल मिलाकर यहां 5000 छात्र है, लेकिन इनके पढ़ने के लिए पुस्तकालय भवन नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है