गुरुदेव के साहित्य व कलाकृतियों में मानवता के लिए कई गूढ़ संदेश : प्राचार्य

अन्नदा कॉलेज हिंदी विभाग ने रवीन्द्रनाथ टैगोर की जयंती पर सांस्कृतिक कार्यक्रम सह संगोष्ठी का आयोजन बुधवार को किया.

By Prabhat Khabar News Desk | May 8, 2024 4:31 PM

अन्नदा कॉलेज में रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती पर सांस्कृतिक कार्यक्रम सह संगोष्ठी

प्रतिनिधि, हजारीबाग

अन्नदा कॉलेज हिंदी विभाग ने रवीन्द्रनाथ टैगोर की जयंती पर सांस्कृतिक कार्यक्रम सह संगोष्ठी का आयोजन बुधवार को किया. प्रभारी प्राचार्य डॉ नीलमणि मुखर्जी ने कार्यक्रम की शुरुआत की. हिंदी विभाग के डॉ ठाकुर प्रसाद ने मंच संचालन किया. डॉ उर्मिला कुमारी ने अतिथियों का स्वागत किया. डॉ रत्ना चटर्जी ने जयंती समारोह में रवीन्द्र संगीत प्रस्तुत किया. इनके साथ तबले पर संगत कॉलेज के छात्र पतंजलि मिश्रा ने किया. छात्रा तनिष्का सोनल राय व मेघा कुमारी ने भी रवीन्द्र संगीत प्रस्तुत किया. अन्वेषा सिन्हा, निशा कुमारी, मीना कुमारी, आयुष कुमार व सौम्या कुमारी ने रवीन्द्रनाथ टैगोर के विराट व्यक्तित्व पर विचार रखे. कॉलेज की राखी कुमारी, फूलो कुमारी, उर्मिला कुमारी ने कविता पाठ किया. इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ बंशीधर प्रसाद रुखैयार ने कहा कि गुरुदेव की रचनाएं आज भी प्रासंगिक हैं. उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि गुरुदेव की रचनाओं से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए. प्राचार्य ने कहा कि गुरुदेव के साहित्य व कलाकृतियों में विश्व मानवता के लिए कई गूढ़ संदेश छिपे हैं, जिन्हें डी-कोड करने की जरूरत है. उनके दार्शनिक विचारों के तीन आयाम हैं मानव धर्म दर्शन, शिक्षा दर्शन व राष्ट्रधर्म दर्शन. उन्होंने कहा कि टैगोर ने भारतीय संस्कृति की आधुनिक और पारंपरिक संरचना के समन्वय के आधार पर राष्ट्रीय शिक्षा की नींव रखी.

प्रतियोगिता में सफल विद्यार्थी पुरस्कृत :

कॉलेज की लिटरेरी सोसायटी ने कविता व कहानी लेखन प्रतियोगिता करायी थी. कविता लेखन के लिए हिंदी माध्यम की अल्पना कुमारी को प्रथम पुरस्कार, सौम्या कुमारी को द्वितीय व उर्मिला कुमारी को तृतीय पुरस्कार मिला. सुषमा कुमारी को सांत्वना पुरस्कार मिला. अंग्रेजी माध्यम से आलिया बेलाल को प्रथम, अदिति सिंह द्वितीय, तसनीम रशीद तृतीय और अन्वेषा सिन्हा को चतुर्थ पुरस्कार दिया गया. कहानी लेखन के लिए प्रथम पुरस्कार राखी कुमारी, द्वितीय आयुष कुमार मिश्रा, तृतीय जयकार पांडेय व निशा कुमारी को सांत्वना पुरस्कार दिया गया. अंग्रेजी में सिमरन गुप्ता को प्रथम पुरस्कार दिया गया. मौके पर डॉ सुभाष कुमार, डॉ बीपी रुखैयार, डॉ अंजन चौधरी, अजय प्रसाद वर्मा, डॉ रत्ना चटर्जी, डॉ ठाकुर प्रसाद, डॉ उर्मिला कुमारी, डॉ विश्वजीत धर, अजय प्रसाद वर्मा मौजूद थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version