शंकराचार्य छोटी उम्र में वेद-पुराणों के बने थे ज्ञाता : आचार्य कृष्णदेव

गोस्वामी समाज इचाक प्रखंड कमेटी द्वारा देवकुली शिव मंदिर में रविवार को जगत गुरु शंकराचार्य की 1293वीं जयंती मनायी गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | May 12, 2024 4:53 PM

देवकुली में गुरु शंकराचार्य की जयंती मनायी

इचाक.

गोस्वामी समाज इचाक प्रखंड कमेटी द्वारा देवकुली शिव मंदिर में रविवार को जगत गुरु शंकराचार्य की 1293वीं जयंती मनायी गयी. इस दौरान गुरु शंकराचार्य के चित्र पर पुष्प अर्पित कर ब्राह्मण समाज के लोगों ने उनके बताए धर्म के रास्ते पर चलने का संकल्प लिया. आचार्य कृष्णदेव पांडेय ने कहा कि ब्राह्मण कुल में जन्मे शंकराचार्य आठ वर्ष की उम्र में ही चारो वेद व पुराण के ज्ञाता बने. उन्होंने शनातन धर्म की रक्षा के लिए भारत देश में चारो धाम की स्थापना की. मौके पर गोस्वामी समाज के प्रदेश अध्यक्ष उमेश गिरि, जिला अध्यक्ष जितेंद्र गिरि, जिला सचिव सह पांसस राजुमार गिरि, प्रदेश सदस्य दीपक गिरि, भाजपा नेता गौतम नारायण सिंह, उदासीन ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुनील पांडेय, वशिष्ठ दास, संदीप गिरि, आचार्य कृष्णदेव पांडेय, मेघनाथ कुशवाहा, मनोज सिंह, युवा नेता गौतम कुमार, श्रीराम सेवा संगठन के अध्यक्ष सुजीत कुमार मेहता, रुपेश कुमार, पूर्व मुखिया परमेश्वर रविदास, सीटू सिंह, अनुपम कुमार, प्रखंड अध्यक्ष राजेंद्र गिरि, ओम भारती, प्रदीप भारती, धनंजय गिरि, पंचायत समिति सदस्य मनोहर कुशवाहा, राम गिरि, पप्पू गिरि, रोहित गिरि, विजय गिरि समेत कई लोग शामिल थे.

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