सरौनी जीतु गांव में करंट से हाथी की मौत
सदर प्रखंड के सरौनी जीतु गांव में करंट लगने से एक हाथी की मौत हो गयी. किसान खेत में पटवन के लिए बिजली का तार अपने खेत में ले गये थे.
हजारीबाग.
सदर प्रखंड के सरौनी जीतु गांव में करंट लगने से एक हाथी की मौत हो गयी. किसान खेत में पटवन के लिए बिजली का तार अपने खेत में ले गये थे. उसी तार के संपर्क में आने से हाथी की मौत हो गयी. हाथी झुंड से अलग होकर खेत की ओर पहुंच गया. इसी दौरान वह जमीन से दस फीट ऊपर लटक रहे विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आ गया.घटना की जानकारी मिलते ही
दारू रेंज के वन कर्मियों के साथ आरसीसीएफ सतीश चंद्र, पूर्वी वन क्षेत्र के डीएफओ सौरभ चंद्रा, एसीसीएफ अभय सिन्हा, एके परमार घटनास्थल पर पहुंचे. पोस्टमार्टम के बाद जीतु जंगल में दफना दिया गया.
सूंड बिजली के तार से लिपट गया :
सरौनी जीतु गांव में शनिवार की रात सात बजे जीतु जंगल से 31 हाथियों का झुंड गांव में प्रवेश किया. कई एकड़ खेत में जेठुआ फसल लगी हुई है. पटवन के लिए ग्रामीणों ने बिजली के तार खेत तक ले गये हैं. हाथियों के भगाने के क्रम में करीब चार साल का किशोर हाथी बिजली के तार की चपेट में आ गया. हाथी का सूंड बिजली के तार से लिपट गया. इस घटना में किशोर हाथी की मौत हो गयी. रेंजर विजय कुमार ने कहा कि पोस्टमार्टम किया गया है. वेशरा को पशुपालन विभाग ने संरक्षित किया है. इसकी जांच प्रयोगशाला में होगी. जिस वन क्षेत्र में हाथी की मौत हुई है उस क्षेत्र के वनकर्मी से जांच रिपोर्ट मांगी जायेगी.15 फीट ऊंचा बिजली का तार लगाने का निर्देश :
करंट से हाथी की मौत के बाद वन विभाग ने बिजली विभाग को कई निर्देश दिए हैं. पूर्वी वन क्षेत्र प्रमंडल के डीएफओ सौरभ चंद्रा ने बिजली विभाग के कर्मचारियों को निर्देश दिया कि वन क्षेत्र से गुजरने वाले बिजली के पाेल व तार वन विभाग के गाइडलाइन के अनुसार हो. बिजली के तार की न्यूनतम ऊंचाई 15 फीट से ऊपर रखा जाए. 15 फीट से नीचे तार झूल रहे हैं उनका सर्वे कर जल्द ठीक किया जाए. उन्होंने कहा कि हजारीबाग डीसी से इस संबंध में चर्चा होगी ताकि इस तरह की घटना दोबारा न हो.10 साल में तीन हाथियों की मौत :
हजारीबाग पूर्वी वन प्रमंडल में विभिन्न दुर्घटनाओं में पिछले 10 साल में तीन हाथियों की मौत हुई है. 10 साल पहले दारू प्रखंड के भंडवार गांव में एक हाथी के बच्चे की मौत मिट्टी के घर के धारण गिरने से हो गयी थी. हाथी का बच्चा घर में घुसकर महुआ खा रहा था. इसी दौरान मिट्टी के घर में लगा मोटा लकड़ी उसके सिर पर गिर गया. दूसरी घटना सरिया चेचाकी में सात मई 2023 को हुई. इस घटना में एक हाथी रेलवे ट्रैक पर आने से कट गया था. तीसरी घटना 12 मई 2024 को हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है