हजारीबाग.
झारखंड में नये रजिस्ट्रड व्यावसायिक गाड़ियों को माइनिंग पिन नंबर नहीं मिल रहा है. इससे हजारों वाहन मालिक परेशान हैं. वाहन एसोसिएशन की ओर से मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को ज्ञापन दिया गया. व्यावसायियों ने ज्ञापन में कहा कि नया ट्रक, हाइवा झारखंड में रजिस्ट्रेशन करवायें हैं, लेकिन एक जून 2024 से माइनिंग विभाग के पोर्टल से माइनिंग पिन जेनरेट नहीं हो रहा है. इससे पूरे झारखंड में सभी नये वाहन खनिज का परिवहन नहीं कर पा रहे हैं. वाहन बिना कार्य का 15 दिनों से खड़ा है. फाइनेंस की किस्त व्यावसायियों को देना पड़ रहा है. नये वाहन का फाइनेंस किस्त प्रतिमाह लाखों में देना होता है. इससे व्यावसायियों की आर्थिक परेशानी बढ़ी हुई है. सभी वाहन के खड़े रहने से खनिज की ढुलाई कार्य भी प्रभावित हो रही है. इससे राज्य सरकार को राजस्व की क्षति भी हो रही है. व्यावसायी इस समस्या को लेकर राज्य सरकार के विभिन्न विभाग के अधिकारियाें से मिलकर अपनी समस्याओं को रखे हैं. माइनिंग पिन पोर्टल को पुन: चालू कराया जाय ताकि झारखंड के वाहन मालिक को आर्थिक नुकसान से राहत मिले. वाहन मालिक आनंद प्रकाश हांड़ा ने बताया कि माइनिंग विभाग के पोर्टल को तत्काल ठीक नहीं किया गया तो राज्य भर के व्यावसायी आंदोलन की राह पकड़ेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है