सामाजिक उद्यमिता व कौशल विकास समावेशी विकास के दो स्तंभ : प्रमोद

आइसेक्ट विश्वविद्यालय के तरबा-खरबा स्थित मुख्य कैंपस में शनिवार को विकसित भारत के निर्माण में कौशल विकास,

By Prabhat Khabar News Desk | May 4, 2024 4:49 PM

विकसित भारत के निर्माण में वार्षिक सम्मेलन समर्थ कॉन्क्लेव किया गया

हजारीबाग.

आइसेक्ट विश्वविद्यालय के तरबा-खरबा स्थित मुख्य कैंपस में शनिवार को विकसित भारत के निर्माण में कौशल विकास, वित्तीय समावेशन और सामाजिक उद्यमिता की भूमिका को लेकर वार्षिक सम्मेलन समर्थ कॉन्क्लेव किया गया. आइसेक्ट व एनसीएसडीई की ओर से कार्यक्रम किया गया, जिसमें झारखंड, बिहार समेत विभिन्न राज्यों से जुड़े आइसेक्ट ग्रुप ऑफ यूनिवर्सिटीज के प्रतिनिधि शरीक हुए. केनरा बैंक सर्किल ऑफिस के असिस्टेंट मैनेजर प्रमोद कुमार, आइसेक्ट विवि के कुलपति डॉ पीके नायक, कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद, केनरा बैंक के हजारीबाग एजीएम जया कृष्णा, डॉ सीवी रमण विश्वविद्यालय, वैशाली, बिहार के कुलसचिव डॉ ब्रजेश सिंह, प्रो वीसी डॉ बसंत सिंह, आइसेक्ट के बिहार/झारखंड जोनल हेड अंबरीश कुमार, एफआई आइसेक्ट के नेशनल हेड सिद्धार्थ डोगरे समेत अन्य विशेष अतिथियों ने कार्यक्रम की शुरुआत की. उद्यमियों को मिली वित्तीय समावेशन और कौशल विकास के उभरते क्षेत्रों की जानकारी भारत के अग्रणी सामाजिक उद्यम आइसेक्ट की ओर से देश भर के लघु उद्यमियों को सशक्त बनाने के प्रयास के तहत बीते 30 अप्रैल से 25 मई तक भारत के 19 राज्यों में राज्य सम्मेलनों का आयोजन किया जा रहा है. इस अवसर पर अपने वक्तव्य में विशेष अतिथि केनरा बैंक सर्किल ऑफिस के असिस्टेंट मैनेजर प्रमोद कुमार ने कहा कि सामाजिक उद्यमिता और कौशल विकास देश में समावेशी विकास प्राप्त करने के लिए दो महत्वपूर्ण स्तंभ हैं. आज कौशल विकास के जरिए ही रोजगार व स्वरोजगार से युवाओं को बड़ी संख्या में जोड़ा जा सकता है और देश की आर्थिक प्रगति द्वारा खोले जा सकते हैं. वहीं, आइसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीके नायक ने कहा कि उद्यमियों के लिए यह आवश्यक है कि वे कौशल विकास में उत्पन्न हो रहे नए अवसरों के प्रति सजग रहें और आगे बढ़कर लाभ उठाएं. जबकि कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने कहा कि आइसेक्ट की स्थापना 1985 में ग्रामीण और अर्ध शहरी जनता के बीच डिजिटल विभाजन को पाटने और एक सक्षम पीढ़ी के निर्माण के लिए की गई थी, जिसमें बहुत हद तक सफलता मिली है. मौके पर एआर विजय कुमार, अनूप श्रीवास्तव, अमित कुमार, चांदनी, अनीमा, चंदन कुमार, रजनी, मुस्कान सोनी, शुभम कुमार, पारितोष पांडेय, प्रशांत बेसरा, अनिल महतो, तौहीद आलम, कपिल कुमार, आदित्य कुमार, आर्यन कुमार, संतोष कुमार, सन्नी सहित अन्य मौजूद थे.

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