झारखंड ओफ्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी का वार्षिक अधिवेशन, लगभग 150 नेत्र चिकित्सक हुए शामिल,
सर्वश्रेष्ठ स्टेट सोसाइटी के राष्ट्रीय अवार्ड से झारखंड नेत्र सोसाइटी दूसरी बार सम्मानित
हजारीबाग.
झारखंड ओफ्थाल्मोलॉजिकल सोसाइटी और हजारीबाग ओफ्थाल्मिक फोरम की ओर से नेत्र रोग विशेषज्ञों का 21वां वार्षिक सम्मेलन विभावि के विवेकानंद ऑडिटोरियम में हुआ. सभी अतिथि डॉक्टरों को झारखंड के नेत्र चिकित्सकों ने सम्मानित किया. मुख्य अतिथि सहित मंच पर उपस्थित पदाधिकारियों ने स्मारिका व जर्नल का विमोचन किया. उदघाटन मुख्य अतिथि अखिल भारतीय नेत्र सोसाइटी के पूर्व अध्यक्ष डॉ ललित वर्मा, विशिष्ट अतिथि डॉ हरबंश लाल, इलेक्ट अध्यक्ष डॉ पार्था विश्वास और चेयरपर्सन साइंटिफिक कमेटी डॉ नम्रता शर्मा ने किया. आयोजन समिति के संयोजक डॉ सुजॉय सामंता, डॉ पार्था मैत्रा, डॉ ललित जैन, साइंटिफिक कमेटी के चेयरपर्सन डॉ भारती कश्यप, झोस के सेक्रेटरी डॉ एसके मित्रा, प्रेसिडेंट डॉ राज मोहन, वरिष्ठ नेत्ररोग विशेषज्ञ डॉ बीपी कश्यप समेत कई डॉक्टर शामिल हुए. कांफ्रेंस ट्रेड एरिया का उदघाटन डीसी नैंसी सहाय, डॉ भारती कश्यप, फिजिकल पोस्टर सेशन गैलरी का उदघाटन एसपी अरविन्द कुमार सिंह ने किया. 20 डॉक्टर ने अपना पोस्टर लगाया. संयोजक डॉ सुजॉय सामंता ने कहा कि सम्मेलन में राज्य भर के लगभग 150 नेत्र चिकित्सक शामिल हैं. कांफ्रेंस का उद्देश्य नेत्र रोगों की पहचान, उपचार और सर्जरी की नयी तकनीक से अपडेट कराना है. साइंटिफिक कमेटी के चेयरपर्सन डॉ भारती कश्यप ने झारखंड ओफ्थाल्मोलॉजिकल सोसाइटी के सदस्यों द्वारा एक साल में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत किये गये साइंटिफिक पेपर्स व साइंटिफिक कमेटी के कार्यकलाप का ब्यौरा प्रस्तुत किया. उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय नेत्र सोसाइटी के 82वें वार्षिक अधिवेशन पर एजुकेशनल व साइंटिफिक गतिविधियों के लिए सर्वश्रेष्ठ स्टेट सोसाइटी के राष्ट्रीय अवार्ड से झारखंड नेत्र सोसाइटी को लगातार दूसरी बार सम्मानित किया गया. समिति द्वारा पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों के लिए राज्य के चार शिक्षण संस्थानों में लगभग 100 प्रशिक्षण सत्र व वेटलैब के लगभग 50 सत्र आयोजित किये गये. डॉ सुजॉय सामंता व डॉ तीर्थजीत मैत्रा ने बताया कि देश भर से आमंत्रित 25 नेत्र चिकित्सक कार्यक्रम में शामिल हैं. सभी ने झारखंड के नेत्र रोग विशेषज्ञों के साथ आंखों की पलक, कॉर्निया, लेंस से लेकर रेटिना से संबंधित अलग-अलग रोगों की पहचान व उपचार के नये विधियों से अवगत कराया. कॉम्पिटिटिव फ्री पेपर सेशन, मंजुल पंत कॉम्पिटेटिव वीडियो सेशन में प्रो भीएस गुप्ता व डॉ भारती कश्यप फिजिकल पोस्टर सेशन के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है