हजारीबाग.
सदर प्रखंड में अबुआ आवास में गड़बड़ी की शिकायत लगातार मिल रही है. झारखंड सरकार के संयुक्त सचिव जीतेन्द्र कुमार देव ने पत्रांक 570 के तहत डीसी और उपविकास आयुक्त को पत्र देकर अबुआ आवास में बरती जा रही अनिमियता को रोकने का निर्देश दिया है. इसके बावजूद मुखिया वैसे लोगों को अबुआ आवास दे रहे हैं जिनके पास पहले से पक्का मकान है. ऐसा ही सदर प्रखंड के सिलवार कला पंचायत में एक मामला प्रकाश में आया है. शांति देवी पति जगदीश प्रजापति को वर्ष 2010 में इंदिरा आवास योजना मिला था. वहीं, इस बार उनके पति जगदीश प्रजापति के नाम से अबुआ आवास की स्वीकृति मिली है. हैरान करने वाली बात यह है कि जगदीश प्रजापति दूसरे के खपरैल मकान का फोटो ओर स्थल जांच करा कर इस योजना का लाभ लिया है. गांव के ही मोती कुमार प्रसाद ने बीडीओ को आवेदन देकर यह आरोप लगाया है कि जगदीश प्रजापति का अबुआ आवास जो बन रहा है वह उनके निजी है. चारदीवारी हुई है. लाभुक जबरन तोड़कर आवास निर्माण में लगे हैं. इस मामले को लेकर सदर अनुमंडलीय पदाधिकारी के न्यायालय में मामला विचाराधीन है. बावजूद आबुआ आवास का निर्माण जबरन कराया जा रहा है. इस संबंध में प्रधानमंत्री आवास के प्रखंड समन्वयक दीपक कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. पहले से पक्का मकान होने की पुष्टि हुई तो लाभुक को दी गयी राशि की रिकवरी की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है