टापू पर रहने जैसा महसूस कर रहे हैं आरा गांव के लोग
हाट-बाजार और स्कूल आने-जाने में हो रही लोगों को परेशानी
इचाक.
घने जंगल के बीच बसे डाढा पंचायत के आरा गांव पिछले एक सफ्ताह से टापू जैसा बन गया है. ऐसी स्थिति वन भूमि पर बनी सड़क पर वन विभाग द्वारा ट्रेंच खोद देने के कारण हुई है. गांव तक आने-जाने के लिए सड़क नहीं रहने के कारण फिलहाल गांव के बच्चे स्कूल तक नहीं जा पा रहे हैं और न ही ग्रामीण शहर बाजार. वर्तमान समय में यदि कोई भी व्यक्ति बीमार हो जाय या कोई भी महिला को प्रसव के लिए अस्पताल ले जाना पड़े तो ग्रामीणों के समक्ष विकट स्थिति उत्पन्न हो जायेगी.क्या है मामला :
वन रोपण करने के दौरान वन विभाग के अधिकारी ने जंगल की जमीन पर बनी सड़क पर ही ट्रेंच खोद दिया है. इस कारण आरा गांव आने-जाने के लिए सड़क बाधित हो गयी है.क्या कहते हैं मुखिया :
मुखिया सुनीता देवी ने कहा कि ग्रामीणों द्वारा सूचना मिली है कि वन विभाग द्वारा सड़क काट देने से सड़क बाधित हो गयी है. समस्या का समाधान आरा व मंडपा गांव के ग्रामीणों के साथ वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर निकाला जायेगा.क्या कहते हैं वन समिति के अध्यक्ष :
अध्यक्ष सुनील पांडेय ने कहा कि पश्चिमी वन प्रमंडल प्रक्षेत्र में वन रोपन किया जाना है. इस सूचना पर आरा गांव के ग्रामीणों ने सड़क छोड़ देने के लिए वन विभाग को आवेदन दिया था. इसके बाद रास्ते को छोड़ दिया गया था. लेकिन मंडपा सिमाना में एक तालाब का मेढ़ जंगल क्षेत्र में पड़ने के कारण विभाग द्वारा मेढ़ काट दिया गया. इसके विरोध में मंडपा गांव के ग्रामीण जिद्द पर अड़ गए और रास्ते को कटवाया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है