पर्व और लग्न को लेकर बढ़ी बांस से बनी सामग्री की मांग
पर्व और लग्न को लेकर बढ़ी बांस से बनी सामग्री की मांग
बड़कागांव. रामनवमी, चैत्र दुर्गा पूजा, चैत्र छठ पूजा और शादी-विवाह को लेकर बांस की टोकरी, दौरा, मौनी, सूप समेत अन्य सामग्रियों की मांग बढ़ गयी है. बांस की सामग्री बनाने वाले कारिगरों का हाथ तेज हो गया है. तुरी जाति के लोग बांस की सामग्री बनाते हैं. बड़कागांव प्रखंड चौक स्थित तुरी मोहल्ला तलसवार पंचायत के निमियाटोला, गोंदलपुरा गांव में बांस की सामग्री बनायी जाती है. बांस की सामग्री बनाकर बड़कागांव दैनिक बाजार, विश्रामपुर साप्ताहिक बाजार, बादम हरली, चंदोल के साप्ताहिक बाजारों में बिक्री की जाती है. यह धंधा तुरी जाति के लोगों का पुश्तैनी धंधा है. इस संबंध में बड़कागांव के दशरथ तुरी का कहना है कि हम लोग वर्षों से यह काम करते आ रहे हैं. बांस का सूप व मौनी 150 रुपये, टोकरी, दौरा 300 रुपये बिक्री की जाती है. बांस की टोकरी बनाने वाले लोगों का कहना है कि वन समिति द्वारा जब से प्रतिबंध लगायी गयी है तब से बांस मिलना मुश्किल हो जाता है. इसलिए दशरथ, तुरी, किट्टू तुरी, धनेश्वर तुरी, ईश्वरी तुरी, दिलीप तुरी ने राज्य सरकार से मांग की है कि इन्हें बांस उपलब्ध कराया जाय.