चॉक-डस्टर का जमाना गया, डिजिटल बोर्ड से मिल रही शिक्षा : डॉ उशीर

संत कोलंबा कॉलेज में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन डॉ अनमोल डेम्टा सभागार में गुरुवार को हुआ.

By Prabhat Khabar News Desk | April 4, 2024 10:16 PM

हजारीबाग.

संत कोलंबा कॉलेज में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन डॉ अनमोल डेम्टा सभागार में गुरुवार को हुआ. आयोजन कॉलेज के आइक्युएसी सेल व विनयम रिसर्च एसोसिएशन धनबाद के संयुक्त तत्वावधान में किया गया. संगोष्ठी का विषय भारत में वैश्वीकरण उद्यमिता और उच्च शिक्षा के नये आयाम थे. सेमिनार का उदघाटन मुख्य अतिथि संत जेवियर कॉलेज रांची रसायनशास्त्र विभाग के सह प्राध्यापक डाॅ उशीर रंजन सेन ने किया. उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग व नयी राष्ट्रीय शिक्षा में वैश्वीकरण विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि शिक्षा में चॉक-डस्टर की परम्परा अब नयी शिक्षण तकनीकों के साथ डिजिटल बोर्ड के रूप में बदलती जा रही है. आयोजन सचिव डॉ बिनय कुमार सिंह ने सेमिनार की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला. कॉलेज के प्राचार्य डॉ विमल रेवेन ने स्वागत भाषण दिया. उन्होंने सेमिनार की उपयोगिता पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के सेमिनार के आयोजन से शिक्षकों व विद्यार्थियों के बीच समसामयिक विषयों पर एक समझ विकसित होती है. संचालन डॉ श्वेता सिंह ने किया. उदघाटन सत्र के बाद तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया. इसमें सैकड़ों प्रतिभागियों ने शोध पत्रों को प्रस्तुत करने के लिए पंजीकरण कराया. इनमें अनेक प्रतिभागियों ने अपने-अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए.

पंकज कुमार सिंह के शोध पत्र को प्रथम स्थान मिला :

शोध पत्र प्रस्तुतीकरण में प्रथम स्थान में पंकज कुमार सिंह डीएसपीएमयू रांची, द्वितीय स्थान में मार्खम कॉलेज की काजल किरण एवं तृतीय स्थान में आरती कुमारी ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी दरभंगा रही. तकनीकी सत्र का प्रतिवेदन डॉ सोमक विश्वास एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ जेआर दास ने प्रस्तुत किया.

स्मारिका और पुस्तक का विमोचन :

सेमिनार में स्मारिका का विमोचन किया गया. साथ ही भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष अमित अमर सोरेन द्वारा रचित पुस्तक एस्पेक्ट्स ऑफ ह्यूमन ज्योग्राफी का विमोचन भी किया गया. इस सेमिनार को सफल बनाने में कॉलेज के सभी शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मचारी एवं विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी रही.

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