हजारीबाग.
विज्ञान को छठी से 11वीं कक्षा के स्कूली छात्र-छात्रों के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए विद्यार्थी विज्ञान मंथन राष्ट्रीय कार्यक्रम होगा. विद्यार्थी मंथन की परिकल्पना छात्र समुदाय के बीच वैज्ञानिक योग्यता वाले प्रतिभाशाली की पहचान करना है. वीवीएम के राज्य समन्वयक व शिक्षाविद अशोक कुमार ने बताया कि हमें वीवीएम में प्रथम स्थान पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी, छात्रों, शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को प्रेरित करना होगा और अधिक परामर्श सत्र आयोजित करना होगा, यह न्यूनतम दस हजार के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी स्कूल समन्वयकों, जिला समन्वयकों, क्षेत्रीय समन्वयकों और प्रधानाचार्यों के सहयोग और टीम वर्क से संभव है. उन्होंने कहा कि हमें अब पंजीकरण बढ़ाना होगा और बेहतर परिणाम के लिए अधिकतम पंजीकरण पूरा करना होगा. विद्यार्थी विज्ञान मंथन एक राष्ट्रीय स्तर की ऐप आधारित, विज्ञान प्रतिभा खोज परीक्षा है जो ऑनलाइन आयोजित किया जाता है. पंजीकृत छात्रों को अपने स्कूल-घर से अपने डिवाइस, अर्थात एक स्मार्ट फोन (मोबाइल), लैपटॉप या डेस्कटॉप से परीक्षा देने की सुविधा मिलती है. निदेशक, सीएसआइआर-सीआइएमएफआर सम्मानित करेंगे और वीवीएम ब्रोशर 2024/25 भी जारी किया जायेगा. अशोक कुमार ने वीवीएम के सभी स्कूल समन्वयकों से अपील की है कि 2024-25 विद्यार्थी विज्ञान मंथन छात्र पंजीकरण आज से शुरू हो गया है. आप अपने सभी स्कूल और सहकर्मी शिक्षकों से पंजीकरण शुरू करें, उन्होंने कहा कि पंजीकरण और झारखंड को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए ईमानदार और प्रतिबद्ध प्रयास जेके पांडेय के मार्गदर्शन से यह संभव हो पा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है