हजारीबाग : हजारीबाग शहर में दो खेल मैदान हैं. हजारीबाग कर्जन ग्राउंड स्टेडियम में कोविड-19 के समय सब्जी बाजार बना दिया गया है, दूसरा स्टेडियम संत कोलंबा कॉलेज मैदान को वाहन कोषांग बनाया गया है. इससे दोनों मैदान बर्बादी के कगार पर है. हजारीबाग शहर में पटवारी गांधी मैदान काफी बड़ा क्षेत्रफल में फैला हुआ है जहां दोनों काम हो सकता था. जिला प्रशासन हजारीबाग को खेल एवं खिलाड़ियों की जरा भी चिंता नहीं है.
पिछले चार महीनों से खेल गतिविधि बिल्कुल बंद है, लेकिन जैसे खेल मैदान में खिलाड़ी आयेंगे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ेगाहजारीबाग कर्जन ग्राउंड स्टेडियम मैं बालिका आवासीय फुटबॉल और एथलेटिकहजारीबाग कर्जन ग्राउंड स्टेडियम में झारखंड भर से चयनित 25 बालिका फुटबॉल के लिए और 25 बालिका एथलेटिक के लिए आवासीय प्रशिक्षण केंद्र में आते हैं. हजारीबाग स्टेडियम परिसर में ही खेल छात्रावास है, जहां 11 वर्ष से ऊपर के बालिका अंडर-19 तक खेलने के लिए आवासीय प्रशिक्षण लेते हैं, सुबह शाम हजारीबाग स्टेडियम में फुटबॉल और एथलेटिक का प्रशिक्षण होता है.
मैदान में सब्जी बाजार लगने से आने वाले दिनों में खिलाड़ियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा.संत कोलंबा कॉलेज मैदान डे बोर्डिंग हॉकी का प्रशिक्षणहजारीबाग शहर से अाठ किलोमीटर के दायरे में 25 लड़का और 25 लड़कियों को चयनित कर हॉकी का प्रशिक्षण दिया जाता है सरकार की ओर से कोच व खेल की सामग्री उपलब्ध कराई गई है
यह खिलाड़ी संत कोलंबा मैदान में सुबह शाम प्रशिक्षण लेते हैं लेकिन मैदान में वाहन कोषांग बनने से खिलाड़ियों को आने वाले दिनों में परेशानी होगीहजारीबाग के खिलाड़ियों की उपलब्धिआवासीय प्रशिक्षण और डे बोर्डिंग के खिलाड़ियों की उपलब्धि काफी अधिक है.
Post by : Prirtish Sahay