योजना को वर्ष 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित
देवनारायण. हजारीबागशहरी पेयजल आपूर्ति योजना के तहत कोनार डैम से हजारीबाग आने वाले पानी से ग्रामीण क्षेत्र के 30 गांव को पानी मिलेगा. इससे सदर, दारू, टाटीझरिया, विष्णुगढ़ के करीब 16 हजार घरों के परिवार लाभांवित होंगे. सभी घरों में ट्रीटमेंट किया हुआ शुद्ध पानी आपूर्ति की जायेगी. इसकी तैयारी पेयजल स्वच्छता विभाग हजारीबाग ने कर ली है. इस योजना पर पीएचइडी द्वारा करीब 72 करोड़ रुपये खर्च किया जा रहा है. यह योजना वर्ष 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है. ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति को लेकर तीन स्थानों पर ट्रीटमेंट प्लांट लगेगा. इसमें कुल 10.5 एमएलडी पानी का ट्रीटमेंट किया जायेगा. इस ट्रीटमेंट पानी को विभिन्न गांवों में पेयजल आपूर्ति पाइप के माध्यम से घर-घर पहुंचाया जायेगा. यह प्लांट विष्णुगढ़ प्रखंड के बनासो में 4.2 एमएलडी, टाटीझरिया प्रखंड के सदारो में 4.2 एमएलडी और सदर प्रखंड के रोला में 2.1 एमएलडी पानी का ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जायेगा.
सात स्थानाें पर बनेगी जलमीनार :
ट्रीटमेंट किया गया पानी को घर-घर सप्लाई करने के लिए सात जलमीनार बनेगी. इस जलमीनार से सभी घरों में शुद्ध पेयजल पानी की आपूर्ति की जायेगी. यह जलमीनार बनासो में 900 किलोलीटर की बनेगी. रोला में 570 किलो लीटर, सदाराे में 220 किलोलीटर, हरली में 650 किलोलीटर, मेरू में 440 किलोलीटर, उर्गी में 90 किलोलीटर और बनहे में 140 किलोलीटर की जलमीनार बनेगी.इन गांवों में होगी जलापूर्ति :
कोनार डैम से आने वाले पानी से ग्रामीण क्षेत्र में भी पानी की आपूर्ति होगी. इस योजना से सिलवार कला, सिलवार खुर्द, केसुरा, रोला, मंझली करवे, करवे कला, सिंघानी, मेरू, हुटपा, लखैया, दारू, बासोबार, पिपचो, इरगा, चिरूवां, दारू खरिका, पेटो, हरली, करवार, टाटीझरिया, सदारो, होलंग, ईटा, बनहे, भेलवारा, तिलैया, चलंगा, उर्गी, लहरीयाडीह, बरहमुर्गी, कुसुमवला, चरनाखैया, जमनीजारा, बनासो, नवादा गांव के घरों में पानी पहुंचाया जायेगा.क्या है योजना :
हजारीबाग नगर निगम क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति के लिए शहरी पेयजल आपूर्ति योजना का कार्य चल रहा है. इस योजना के तहत विष्णुगढ़ के कोनार डैम से 62 एमएलडी पानी लाने का कार्य चल रहा है. इसमें 52 एमएलडी पानी हजारीबाग नगर निगम क्षेत्र के लिए उपयोग किया जायेगा. इसका वाटर ट्रीटमेंट प्लांट रोला में बनाया जा रहा है. इसमें करीब 10 एमएलडी पानी पेयजल स्वच्छता विभाग ट्रीटमेंट कर ग्रामीण क्षेत्र के 30 गांव में पानी आपूर्ति करेगी. पेयजल स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता मनोज मुंडारी ने बताया कि इस योजना से ग्रामीणों को ट्रीटमेंट किया हुआ शुद्ध पेयजल मिलेगा. यह कार्य वर्ष 2025 तक पूरा कर लिया जायेगा. निर्माण कार्य तीव्र गति से की जा रही है. इन्होंने कहा कि जुडको द्वारा कोनार डैम से पानी लाने के बाद हमलोग इस पानी को ट्रीटमेंट कर सभी के घरों तक पहुंचायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है