चौपारण में जीटी रोड 16 घंटे जाम
रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ के बाद ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गयी.
भूख से परेशान रहे बस यात्री, सड़क किनारे दुकान नहीं होने से पानी भी नसीब नहीं
रात भर जीटी रोड जाम रहने से कई वीआइपी भी फंसे रहे
यात्री बस, दूध-सब्जी के वैन समेत सैकड़ों गाड़ियों की लगी लंबी कतार
रथयात्रा में रूट प्लानिंग नहीं होने से 16 घंटे जाम में फंसे रहे लोग
प्रतिनिधि, चौपारण
रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ के बाद ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गयी. जिला प्रशासन के प्रयास के बावजूद (जीटी रोड) एनएच-2 देखते ही देखते जाम हो गया. जाम चोरदाहा चेक पोस्ट से पांडेयबारा तक लग गया. जाम हटाने में पुलिस प्रशासन को करीबन 16 घंटे लगे. दूसरे दिन जाम को हटाया जा सका. जाम में माल वाहक गाड़ियों से लेकर यात्री बसें, दूध, सब्जियां, फल से भरी गाड़ियां फंसी रहीं. जाम में कई कई वीआपी व्यक्ति की निजी कारें भी फंसी रही. इस दौरान बीमार यात्री, छोटे बच्चे और बुजुर्ग यात्री ज्यादा परेशान रहे. सड़क किनारे दुकान नहीं होने से कई लोग भूख से बेचैन होने की बातें बतायीं. आक्रोशित यात्रियों का कहना था कि जिला प्रशासन की लापरवाही से यात्रियों को परेशानी हुई है. रथयात्रा को लेकर कोई प्लानिंग नहीं होने से ऐसी व्यवस्था हुई है.जाम लगने का मुख्य कारण :
सात जुलाई को रथयात्रा सियरकोनी से निकलकर करीब 12 बजे जीटी रोड स्थित चैथी मोड़ के पास पहुंची थी. जिला प्रशासन ने विधि-व्यवस्था बनाने के लिए रोड को वन-वे कर दिया था. इसी बीच भारी भीड़ भगवान के दर्शन के लिए रथ के पास जुट गयी. भीड़ से दोनों तरफ की सड़क जाम हो गयी. उसके बाद गाड़ियों का आना-जाना बंद हो गया. जब चतरा रोड में रथयात्रा पहुंची. तब दोनों लाइन को चालू किया गया. लेकिन, तब तक सड़क पूरी तरह से जाम हो गयी थी. रोड पर गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी थी.बीमार यात्रियों को ज्यादा हुई परेशानी
: यात्री बस जाम में फंसने से ज्यादा परेशानी हुई. राहगीर जिला प्रशासन की व्यवस्था को कोस रहे थे. बस यात्रियों का कहना था कि जब रथयात्रा निकलने वाली थी तो पहले से जिला प्रशासन रूट डायवर्ट क्यों नहीं किया. आक्रोशित यात्रियों ने कहा कि 16 घंटे तक जाम में फंसे रहे. ऐसा लगता था मानो प्रशासन नाम का चीज नहीं होता है. कुछ बसों में बीमार यात्रियों को ज्यादा परेशानी हुई. परिजनों का कहना था कि डॉक्टर से नंबर मिला है, अब जाम में फंसने के कारण डॉक्टर के पास भी परेशानी होगी. अभिभावकों के साथ-साथ छोटे-छोटे बच्चों को ज्यादा परेशानी हुई. भूख से बच्चे रो रहे थे. बुजुर्ग बेचैन थे. इधर, सड़क जाम हटाने के लिए रातभर पुलिस प्रशासन लगा रहा. बड़ी मशक्कत के बाद सोमवार की सुबह जाम पर काबू पाया जा सका.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है