इचाक: हजारीबाग के बोधीबागी मैदान में 26 जनवरी से जिला प्रशासन द्वारा प्रस्तावित शहीद मेला को लेकर बोधीबागी मैदान में सर्वदलीय बैठक हुई. अध्यक्षता बीडीओ संतोष कुमार ने की. संचालन प्रो. राजेंद्र यादव ने किया. सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि व्यक्तिगत सहयोग से बोधीबागी मैदान में 26 जनवरी से 31 जनवरी तक शहीद मेला का आयोजन किया जायेगा. मेला का उदघाटन 26 जनवरी को दो बजे किया जायेगा. बीडीओ ने कहा कि मेले के लिए जिला प्रशासन द्वारा वित्तीय सहायता नहीं मिलेगी. स्थानीय कार्यक्रम में प्रखंड के प्रतिनिधि, समाजसेवी और ग्रामीण आपसी सहयोग से शहीद मेले का आयोजन करेंगे. मेला में अग्रणी भूमिका निभाने वाले भाजपा नेता बटेश्वर मेहता ने कहा कि प्रदेश में पहली बार इचाक की धरती पर पांच दिवसीय शहीद मेला का आयोजन कर शहीदों और उनके परिजनों को सम्मान देने का काम किया जा रहा है.
मेले में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए पशुओं की खरीद बिक्री की व्यवस्था, किसानों के उपज की प्रदर्शनी के अलावा कुटीर व लघु उद्योग को बढ़ावा देने हेतू लकड़ी, लोहा, बांस, पित्तल, तांबा, से बने सामानों के खरीद-बिक्री हेतू स्टॉल लगाए जायेंगे. इसके अलावा एनटीपीसी, जेएसपीएल, बिजली विभाग कृषि विभाग समेत कई सरकारी और गैर सरकारी संस्था अपने-अपने स्टॉल लगाकर अपनी योजनाओं को जानकारी देंगे. उन्होंने कहा कि मेले में स्कूल कॉलेज के विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शन के लिए बेहतर मंच उपलब्ध कराया जायेगा. सांस्कृतिक कार्यक्रम भी मेले में आकर्षण का केन्द्र बना रहेगा.
जिला परिषद् अध्यक्ष उमेश प्रसाद मेहता ने मेले को ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि निश्चित रूप से मेले से रोजगार को बढ़ावा मिलेगा.बैठक में उप प्रमुख सत्येंद्र कुमार मेहता, सांसद प्रतिनिधि ओम प्रकाश मेहता, शिक्षक मधुसूदन मेहता, हरिहर मेहता, मण्डल अध्यक्ष जयनंदन मेहता, मुखिया नंदकिशोर मेहता, संगीता कुमारी, पूर्व मुखिया इंद्रदेव मेहता, सुनिल कुमार मेहता, पंसस केदार मेहता, मुनेंद्र मेहता, प्रो. ब्रजकिशोर मेहता, कुमार केशव, राजेंद्र मेहता, भुनेश्वर मेहता, जितेश्वर मेहता, मधुसूदन मेहता, समाजसेवी सिकंदर राम, बसन्त मेहता, लक्ष्मण किशोर मेहता, जगदीश राम, लीलो मेहता, टिंकू मेहता, प्रदीप कुमार ने भी अपनी बात रखी. मौके पर कुरहा, इचाक, बरवा, अलौंजा, करियातपुर समेत दर्जनों गांव के लोग उपस्थित थे.