हजारीबाग शहरी क्षेत्र में लूट व छिनतई की घटना पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने सभी लॉज संचालकों को नोटिस देने की कार्रवाई शुरू कर दी है. कई आपराधिक घटनाओं का उद्भेदन लॉज में रहने वाले युवकों की गिरफ्तारी के बाद हुई है. रामनवमी का पर्व भी नजदीक है. पुलिस को संदेह है कि लॉज में असामाजिक व शरारती तत्व भी रह कर शहर की विधि व्यवस्था को बिगाड़ सकते हैं.
इसके मद्देनजर लॉज संचालकों से शहर के लॉज व हॉस्टल में रहनेवाले छात्र, युवक, लोगों का पहचान पत्र, आधार कार्ड, फोटो आैर रहने की जानकारी मांगी गयी है. जो लॉज संचालक पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं करायेगा, पुलिस उस पर कार्रवाई करेगी.
हजारीबाग शहरी क्षेत्र में लगभग एक हजार लॉज संचालित हैं. प्रत्येक लॉज में 30-40 छात्र व अन्य लोग रहते हैं. इनमें अधिकतर छात्र हैं. यह लोग यहां कोचिंग और विभिन्न स्कूलों व कॉलेजों में पढ़ाई करते हैं.
हजारीबाग शहरी क्षेत्र के लॉज में ग्रामीण व निकटवर्ती जिला के छात्र रह कर पढ़ाई करते हैं. इस शहर में 100 छोटे -बड़े कोचिंग सेंटर संचालित हैं. कोचिंग सेंटरों में विद्यार्थी प्रतियोगिता की तैयारी व स्कूल -कॉलेज की पढ़ाई करते हैं. यहां सबसे अधिक लॉज कोर्रा थाना क्षेत्र के मटवारी, कृष्णापुरी, सुरेश कॉलोनी, बाबूगांव, दीपुगढ़, आनंदपुरी, जबरा, कोर्रा बड़ा बाजार टीओपी क्षेत्र के यशवंतनगर, हुरहुरू, खिरगांव, ग्वालटोली लोहसिंघना थाना क्षेत्र के कल्लू चौक, ओकनी, शिवपुरी में हैं.
दर्जनों अपराधियों को पुलिस ने लॉज से किया था गिरफ्तार : हजारीबाग मटवारी तालाब स्थित लॉज से जनवरी 2021 में सात साइबर अपराधियों को कोर्रा पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पुलिस ने बाबूगांव स्थित लॉज से चार मोटरसाइकिल चोर गिरोह को गिरफ्तार भी किया था. कोर्रा पुलिस ने सिंदूर स्थित एक लॉज से पुलिस ने 28 फरवरी 2022 को पिस्तौल व गोली के साथ एक अपराधी को गिरफ्तार किया था. कई संगठित अपराधियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
कोर्रा थाना प्रभारी उत्तम कुमार तिवारी ने बताया कि कोर्रा थाना क्षेत्र के सभी लॉज संचालकों को नोटिस देने का काम शुरू कर दिया गया है. अन्य थाना की पुलिस भी यह कार्रवाई कर रही है.
: एसपी मनोज रतन चौथे ने कहा कि जिले के सभी थानेदारों को शहर व आसपास के सभी लॉज में रहनेवाले लोगों का पहचान पत्र, मोबाइल नंबर उपलब्ध करा कर थाना के रजिस्टर में अंकित करने का निर्देश दिया गया है. लॉज संचालकों से संबंधित आवश्यक जानकारी पुलिस रिकॉर्ड में रखने को कहा गया है.