हजारीबाग.
सिविल कोर्ट परिसर में हजारीबाग पुलिस ने मंगलवार को परिसर की सुरक्षा को चुस्त-दुरुस्त करने के उद्देश्य से मॉक ड्रिल किया. मॉक ड्रिल में पुलिस कार्रवाई को देखकर कोर्ट में पहुंचे लोग भौंचक रह गये. पुलिस अचानक हथियार के साथ कोर्ट परिसर में दाखिल हुई. पुलिस सर्च अभियान के तहत अपराधी की तलाशी कैसे की जाती है, अपराधी को कैसे पकड़ा जाता है, हथियार को कैसे जब्त किया जाता है. इस तरह की कार्रवाई को लेकर मॉक ड्रिल किया गया. यह मॉक ड्रिल जिला बल, विशेष शाखा की टीम ने की. इसमें डॉग स्क्वाइड टीम में गहनता से कोर्ट परिसर का निरीक्षण किया. मॉक ड्रिल की पूरी प्रक्रिया को वहां मौजूद लोगों ने वास्तविक समझा. थोड़ी देर में कोर्ट परिसर में सन्नाटा छा गया. एसपी ने बताया कि मॉक ड्रिल के लिए जिला सत्र न्यायाधिश से अनुमति ली गयी थी. इसके बाद इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया. एसपी ने बताया कि इसका उद्देश्य न्यायालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेना और सुरक्षा बिंदुओं पर खामियों की जानकारी लेकर न्यायालय परिसर में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था कराने के साथ साथ आपातकालीन स्थिति में ठोस पहल करना था. मॉक ड्रिल का नेतृत्व सीसीआर डीएसपी मनोज कुमार सिंह, मुख्यालय डीएसपी नीरज, निरीक्षक सुभाष सिंह, निरीक्षक नंद किशोर साह और मेजर कुमार देवव्रत ने किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है