केरेडारी : हजारीबाग जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्र केरेडारी में अवैध कोयला का कारोबार कोल माफिया धड़ल्ले से कर रहे हैं. थाना क्षेत्र के बारियातू कंडाबेर, मनातू एवं लाजीदाग के जंगलों से अवैध कोयला खदान बना कर रात भर बिना रोक टोक के कोयला का कारोबार फल फूल रहा है. जिसे कोई देखने वाला नही हैं. अवैध कोयला ट्रैक्टरों में भर कर सुदूरवर्ती गांव के ईंट भट्ठों तक मोटी रकम में पहुंचाया जाता है. कोयला ढुलाई के लिए दर्जनों ट्रैक्टर लगा रहता है. पेश है प्रभात खबर प्रतिनिधि अरूण कुमार यादव कर रिपोर्ट…
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कहां कहां से निकलता है कोयला : केरेडारी थाना क्षेत्र के कंडाबेर बरियातू जंगल, लाजीदाग के पोखरिया खदान, मनातू के धमधमीया जंगल में अवैध खदान बनाकर कोल माफिया अवैध कोयला का कारोबार करते हैं. मनातु, लाजीदाग खदान से कोयला निकालकर लोग मनातू-पीरी जंगल के रास्ते पीरी, कटकमदाग, सिमरीया, समेत कई गांवो के ईंट भट्ठों तक पहुंचाते हैं.
ईंट भट्ठों से एक गाड़ी कोयला का कीमत 4500-5000 लिया जाता है. मनातू एवं लाजीदाग में कोयला ढुलाई के लिए 15-20 ट्रैक्टर लगा रहता है. कोयला कारोबारी जंगल और रात का लाभ उठाते हैं. दिन भर मजदूरों से खनन कर रात भर वाहनों से ढुलाई करते हैं.
वन विभाग के कार्रवाई से खुली पोल : अवैध कोयला तस्करी होने की गुप्त सूचना पर अवैध कोयला खदानों में 30 मई को डोजरींग किया गया. डोजरींग अभियान के दौरान कोयला कारोबारी तो हाथ लगे नहीं, परंतु रेंजर उदय चंद्र झा के उपस्थित में बरियातू के दो अवैध खानों को डोजरींग कर भर दिया गया.
इससे पूर्व महीने के शुरूआती दिनों में मनातू जंगल से कोयला ढुलाई में लगे तीन ट्रैक्टर को रेंजर श्री झा के नेतृत्व में पकड़ा गया था. बारियातू डोजरींग के दौरान वनपाल लाल देव महतो, रामचंद्र प्रसाद, वनरक्षी केशव महतो, चंदन कुमार, मनोरंजन कुमार, कई वन कर्मी मौजूद थे.
अवैध कारोबारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई : रेंजर उदय चंद्र झा ने कहा अवैध कोयला कारोबारियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी. मनातू, लाजीदाग, बारियातू से कोयला तस्करी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी. उन्होंने बताया कि जानकारी मिली थी अवैध खदान बनाकर कोयला निकाला जा रहा है. कई जगहों पर खदानों को डोजरींग कर दिया गया है, आगे भी नजर रखी जायेगी.
Posted By: Amlesh Nandan Sinha