इचाक. बड़की कारीमाटी गांव निवासी विक्की मेहता (23 वर्ष) की मौत शेख बिहारी मेडिकल अस्पताल हजारीबाग में 20 जनवरी को इलाज के दौरान हो गयी. इस संबंध में मृतक के पिता राम प्रसाद मेहता ने इचाक थाना में आवेदन देकर बहू और उनके मायके वालों पर जहर देकर हत्या करने का आरोप लगाया है. इसमें कहा है कि ग्राम कारीमाटी निवासी बंगाली महतो की पुत्री खुशबू देवी (23 वर्ष) के साथ मेरे बेटे विक्की मेहता का प्रेम विवाह कुछ वर्ष पहले हुआ था. विवाह के कुछ समय बाद से ही विक्की के साथ उसके ससुर एवं साला में हमेशा झगड़ा होता रहता था. जिसे लेकर पंचायत भी हुई थी. पर समस्या का समाधान नहीं हुआ. जिस कारण माहौल हमेशा तनावपूर्ण रहता था. मृतक विक्की मेहता की पत्नी खुशबू और उसके माता-पिता की इच्छा थी कि मेरा पुत्र घरजमाई बन कर अपने ससुराल में रहे. विक्की को यह बात कभी पसंद नहीं आयी. इसी बात को लेकर हमेशा अनबन होती रहती थी. पिता ने कहा है कि 19 जनवरी की रात मेरे पुत्र विक्की को उसके भोजन में उसकी पत्नी और ससुराल वालों ने जहर मिला कर खिला दिया. इसके बाद विक्की ने ससुराल से बाहर निकल कर फोन कर बताया कि मुझे बेचैनी महसूस हो रही है. इसके थोड़ी देर बाद ही वह ज्यादा सीरियस हो गया. ग्रामीणों की मदद से उसे सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गयी. विक्की के माता-पिता एवं अन्य भाई रांची, सूरत एवं गुजरात में रहते थे. मामले को लेकर इचाक थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि आवेदन के आधार पर जांच की जा रही है.
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