हजारीबाग.
पिछले दो दिनों में हजारीबाग-बगोदर मार्ग में पांच विशाल शीशम के पेड़ गिर गए. गिरे पेड़ों को नेता, पुलिस और लकड़ी तस्कर लूट ले गये. वन विभाग के कर्मचारी इस लूट में मुकदर्शक बन कर रह गए. करीब आठ से दस लाख की कीमती लकड़ियां देखते-देखते लूट गयी. कई ग्रामीणों ने किमती लकड़ी लूटे जाने का भी विरोध किया, लेकिन कोई सुन नहीं रहा था. ट्रैक्टर लगाकर लकड़ी के बोटे लादकर घर ले गये. जबकि दो दिन पहले जिनगा चौक में एक बरगद का पेड़ सड़क पर गिरा था, लेकिन इसे देखने वाला कोई नहीं था.वन विभाग ने बनाया क्विक रिस्पांस टीम :
वन विभाग सड़क पर पेड़ गिरने पर तुरंत हटाने के लिए एक टीम गठित की है. यह टीम का काम है कि सड़क पर गिरे पेड़ को तुरंत हटाना. आवागमन को दुरुस्त करना और कीमती लकड़ियों को वन विभाग के डीपू तक पहुंचाना है. लेकिन, एनएच-522 पर गिरे पेड़ को हटाने में क्विक रिस्पांस टीम फेल नजर आयी. दारू वन क्षेत्र के रेंजर विजय कुमार ने कहा कि लकड़ी लूटने की सूचना है. जिन लोगों ने इमारती लकड़ियों को घर ले गए हैं वनकर्मियों को उन लकड़ियों को चिह्नित कर जमा करने को कहा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है