प्रखंड क्षेत्र के डुमर, धरमपुर, बेड़म, पेनिमाको, हर्दिया, बेड़म, केसडा, घुघुलियां , झरपो, भराजो, खैरा, होलंग, डहरभंगा एंव अन्य गांवों के जंगल में बेहरमी रहमी से पेड़ों का सफाया किया जा रहा है. बाद में उक्त खाली जगह पर लोग अपना कब्जा जमाते हैं. झरपो, लोधी, अमनारी व गोधिया जंगल में इस वक्त चल रही है पेड़ों की अंधाधुंध कटाई. इससे पर्यावरण असंतुलित होने का खतरा बना रहता है.
ग्रामीणों का कहना है कि एक ओर प्रदेश सरकार वनों की सुरक्षा पर प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये खर्च करती है. लेकिन इसके विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की उदासीनता के चलते हरे-भरे जंगल ठूंठ में तब्दील हो रहे हैं. पौधरोपण कार्यक्रम के तहत अनेक योजनाओं में करोड़ों रुपये का पौधरोपण हो चुका है. लेकिन वृक्ष की कटाई रोकने के लिए शासन की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.