फर्नीचर-क्रॉकरी दुकान में लगी आग, भीड़ ने दमकल की गाड़ी पर किया पथराव

बरही में डीवीसी पावर हाउस के पास स्थित फर्नीचर और क्रॉकरी के एटूजेड नामक दुकान में आग लग गयी. दुकान जलकर राख हो गया.

By Prabhat Khabar News Desk | June 3, 2024 6:17 PM

प्रतिनिधि, बरही

बरही में डीवीसी पावर हाउस के पास स्थित फर्नीचर और क्रॉकरी के एटूजेड नामक दुकान में आग लग गयी. दुकान जलकर राख हो गया. आग रविवार की रात करीब साढ़े आठ बजे लगी. इससे लाखों रुपये का नुकसान हुआ. घटना के समय काफी लोग जुट गये. दमकल की गाड़ी पहुंचने पर भीड़ ने पथराव कर दिया. इससे अग्निशामक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया. फायर ब्रिगेड के घटना स्थल पर देर से पहुंचने को लेकर लोग उत्तेजित हो गये. बरही थाना प्रभारी चंद्रशेखर कुमार के साथ कुछ लोगों ने धक्का-मुक्की भी करने की कोशिश की. इधर, अपनी दुकान जलता देख पंचायत समिति सदस्य मो सागीर बेहोश हो गये. लोगोंं ने उठाकर डॉ इबरार के निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज किया गया. दुकान में बिक्री के लिए रखे दस-12 लाख के फर्नीचर, क्रॉकरी व घरेलू उपयोग के सामान धू-धूकर जल गये. आग कैसे लगी इस बारे में दुकानदार कुछ नहीं बता पा रहे हैं. पुलिस ने इसे जांच का विषय बताया है.

दुकान मालिक पंसस सहित 60-70 लोगों पर प्राथमिकी :

बरही थाना प्रभारी चंद्रशेखर कुमार ने बताया कि फायर ब्रिगेड के प्रभारी शिव कुमार प्रधान के आवेदन पर एटू जेड के मालिक और कोनरा के पंचायत समिति सदस्य मो सागीर सहित 60-70 लोगों के विरुद्ध बरही थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी. इन लोगों के विरुद्ध फायर ब्रिगेड पर पत्थरबाजी करने, आग बुझाने के काम में व्यावधान उत्पन्न करने और दमकल गाड़ी को क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाया गया है.

दमकल की गाड़ी देर से पहुंचने की बात गलत :

थाना प्रभारी ने दमकल की गाड़ी देर से पहुंचने की बात को गलत बताया है. उन्होंने कहा कि उसे रविवार की रात 8.59 बजे आग लगने की सूचना मोबाइल पर मिली. उन्होंने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी. फायर ब्रिगेड करीब सवा नौ बजे घटना स्थल पर पहुंच गया था. दमकल की गाड़ी लगभग 15-16 मिनट में पहुंच चुकी थी. यह देर नहीं हुआ.

मुझपर प्राथमिकी अन्यायपूर्ण कार्रवाई : मो सागीर

कोनरा पंचायत समिति सदस्य मो सागीर ने उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किये जाने को अन्यायपूर्ण कार्रवाई बताया है. कहा कि अगलगी की घटना में लाखों का नुकसान हुआ है. अभियुक्त बना दिया जाना उचित नहीं है. घटना की जानकारी मिलते ही वह पहुंची तो दुकान को आग की लपटों में घिरा देख वह बेहोश हो गया था. लोग उसे अस्पताल पहुंचाए थे. किसने पत्थर बाजी की उसे खुद पता नहीं. दुकान उसका भई मो कलीम चलता है. आग लगने की घटना से कुछ ही समय पहले भाई दुकान बंद कर घर गया था. आग कैसे लगी समझ मे नही आ रहा है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version