शहर से गांव तक 24 घंटे में आठ घंटे बिजली गुल
जिले भर में बिजली आपूर्ति का संकट बरकरार है. शहर से लेकर गांवों तक रोज छह से आठ घंटे बिजली गुल रह रही है.
कुटीर उद्योग और कल-कारखानों में बिजली की कमी से आर्थिक क्षति बढ़ी
ट्रांसफाॅर्मर को 11 हजार वोल्ट की जगह मिल रहे नौ हजार वोल्टप्रतिनिधि, हजारीबाग
जिले भर में बिजली आपूर्ति का संकट बरकरार है. शहर से लेकर गांवों तक रोज छह से आठ घंटे बिजली गुल रह रही है. बड़कागांव, केरेडारी, कटकमसांडी, चलकुशा, टाटीझरिया, दारू और इचाक प्रखंड में सबसे अधिक बिजली कट रही है. बिजली लगातार कटने से 15 दिनों से लोग परेशान हैं. विद्युत सहायक अभियंता ए कुमार ने बताया कि डीवीसी से कम वोल्टेज बिजली मिल रही है. डीवीसी से 33 हजार वोल्ट के स्थान पर 30 हजार वोल्ट बिजली मिल रही है. झारखंड विद्युत वितरण निगम 11 हजार वोल्ट के स्थान पर नौ हजार वोल्ट ही बिजली ट्रांसफाॅर्मर को आपूर्ति कर रही है. इधर, बिजली संयंत्र पावर ट्रांसफाॅर्मर गर्मी की वजह से गर्म हो जा रहा है. इससे बार-बार बिजली कट रही है. शाम के समय कई क्षेत्रों में बढ़े लोड की वजह से बिजली काटी जा रही है. हीराबाग विद्युत सबस्टेशन में ओवर लोड की वजह से गांधी मैदान, कुम्हार टोली, मटवारी सहित कई क्षेत्रों में लोड शेडिंग की जा रही है.कई क्षेत्रों में लो वोल्टेज की समस्या :
शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में कई बिजली उपभोक्ताओं लो वोल्टेज की समस्या से जूझ रहे है. ग्रामीण क्षेत्र में शाम पांच बजे से रात के 11 बजे तक कम वोल्टेज रहने से लोग परेशान है. लोगों घरों में पानी टंकी भरने के लिए रात के दो बजे तक वोल्टेज के इंतजार में जाग रहे है.कुटीर उद्योग व कल कारखाने प्रभावित :
हजारीबाग जिले भर में बिजली आपूर्ति की अनमियतता का प्रभाव बिजली आधारित रोजगार पर भी पड़ा है. बिजली से संचालित कुटीर उद्योग और कर-कारखानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. हॉस्पीटल, शिक्षण संस्थान में भी अत्यधिक जेनरेटर चलाने से काफी आर्थिक क्षति हो रही है. वहीं दुकानदार भी बिजली की मार से परेशान हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है