नैपियर घास से बनेगा कार्बन मुक्त बायोकोल व बायो ईंधन : निदेशक
झारखंड बायोटेक प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने बरगड्डा चौक पर बायोकोल फैक्ट्री कार्यालय का उदघाटन एमसेएल के बीडीए व भारतीय जनजागरूकता संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज कमल ने किया.
कटकमसांडी के बरगड्डा गांव में बायोकोल फैक्ट्री के कार्यालय का उदघाटन
कटकमसांडी.
झारखंड बायोटेक प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने बरगड्डा चौक पर बायोकोल फैक्ट्री कार्यालय का उदघाटन एमसेएल के बीडीए व भारतीय जनजागरूकता संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज कमल ने किया. प्रबंध निदेशक मनोज सिन्हा ने कहा कि यह एक सामुदायिक प्रोजेक्ट है, जिसका लक्ष्य प्रखंड क्षेत्र के हर घर में रोजगार, खेती से आय में वृद्धि, पर्यावरण प्रदूषण से संरक्षण, पलायन पर रोक व नैपियर घास की खेती कर आर्थिक क्षेत्र में समृद्ध होना है. उन्होंने बंजर पड़े टांड़ व परती जमीन पर नैपियर घास की खेती कर प्रति माह 15 हजार व प्रतिवर्ष चार लाख की आमदनी कमाने की बात बतायी. पंकज कमल ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण पर रोक, जैव विविधता व गलोबल वार्मिंग व जल, जंगल व जमीन की सुरक्षा व संरक्षण के लिए नैपियर घास का उत्पादन व उससे निर्मित बायोकॉल व बायो ईंधन का उपयोग बेहद जरूरी है. उन्होंने बताया कि नैपियर घास से बायोकोल, बायो ईंधन, सीएनजी व बायो कुकिंग गैस का निर्माण कार्य शुरू है. हजारीबाग जिले के कटकमसांडी, बड़कागांव, बोकारो जिला के पेटरवार व दुमका जिला के सदर प्रखंड कंपनी ने कार्यालय खोला है. आगामी दो माह के भीतर फैक्ट्री का निर्माण कार्य होते ही अक्तूबर माह से प्रतिदिन 40 टन बायो का उत्पादन शुरू हो जायेगा. कार्यक्रम में कंपनी बोर्ड आफ डायरेक्टर के सदस्य संजय किशोर प्रसाद, सरिता सिन्हा, मनीता शिखा, सविता मेहता, मुखिया कलावती देवी, मधुरेश शुभम, मौली श्रीया, शांति कुजुर, जय कश्यप, कपिल कुमार मेहता, दीपक कुमार मेहता मरियम कुजुर, अगस्तिन तिर्की, सपना कुमार, दुमका के बायोकोल एमपीओ तारकनाथ साधु, बड़कागांव के एमपीओ मंजू देवी आदि ने नैपियर घास की उपयोगिता व रोजगार से आर्थिक समृद्धि पर प्रकाश डाला.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है