हजारीबाग के मरीजों को नहीं होगी ऑक्सीजन की कमी, शुरू हुई ऑक्सीजन की उत्पादन, केवल 24 घंटे में मिला लाइसेंस

महर्षि एयर सॉल्यूशन प्लांट से प्रारंभिक दौर में लगभग 250 डी टाइप सिलिंडर ऑक्सीजन उपलब्ध हो जायेगा. एक डी टाइप सिलिंडर में 47.7 लीटर ऑक्सीजन उपलब्ध रहता है. हजारीबाग जिले में फिलहाल हर दिन लगभग 200 डी टाइप सिलिंडर ऑक्सीजन की आवश्यकता है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 22, 2021 9:16 AM

Coronavirus Latest Update Hazaribagh, oxygen cylinder production in jharkhand हजारीबाग : डेमोटांड़ स्थित इंडस्ट्रियल एरिया में मेडिकल ऑक्सीजन सिलिंडर प्लांट से बुधवार को ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू हो गया. झारखंड सरकार के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने 24 घंटे में सभी विभागों के साथ समन्वय बनाकर प्लांट शुरू करने का लाइसेंस निर्गत कराया. इससे कोरोना मरीजों को अब ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी.

महर्षि एयर सॉल्यूशन प्लांट से प्रारंभिक दौर में लगभग 250 डी टाइप सिलिंडर ऑक्सीजन उपलब्ध हो जायेगा. एक डी टाइप सिलिंडर में 47.7 लीटर ऑक्सीजन उपलब्ध रहता है. हजारीबाग जिले में फिलहाल हर दिन लगभग 200 डी टाइप सिलिंडर ऑक्सीजन की आवश्यकता है.

कई अस्पतालों को मिलेगा तत्काल ऑक्सीजन :

आरआर ट्रेडर्स के संचालक अफाक खान ने बताया कि हजारीबाग आरोग्यम, श्रीनिवास हॉस्पिटल, क्षितिज हॉस्पिटल, लाइफ लाइन, वंदना नर्सिंग होम समेत सरकारी और गैर सरकारी सभी हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज को भी ऑक्सीजन तत्काल उपलब्ध कराया जायेगा. आरआर ट्रेडर्स एक हब के रूप में इस कार्य को संचालित करेगा. जिस हॉस्पिटल या संस्थान को जितने ऑक्सीजन की जरूरत होगी, इस प्लांट से ऑक्सीजन की आपूर्ति होगी. निजी स्तर पर भी लोग आरआर ट्रेडर्स से ऑक्सीजन ले पायेंगे.

कैसे शुरू हुआ ऑक्सीजन प्लांट :

हजारीबाग डेमोटांड़ इंडस्ट्रियल एरिया में मेडिकल ऑक्सीजन सिलिंडर प्लांट एक साल पहले से लग गया था, लेकिन सरकार से अनुमति नहीं मिलने के कारण उत्पादन नहीं हो रहा था.

आरआर ट्रेडर्स के संचालक अफाक खान ने डीसी आदित्य कुमार आनंद और एसडीओ विद्याभूषण कुमार से उत्पादन शुरू करने की मांग की. जिला प्रशासन ने मुख्य सचिव सुखदेव सिंह से प्लांट शुरू कराने के लिए अनुमति मांगी. 24 घंटे में मुख्य सचिव ने सभी विभागों के साथ समन्वय बनाकर प्लांट शुरू करने का लाइसेंस निर्गत कराया.

पहले रामगढ़ से होती थी ऑक्सीजन की आपूर्ति :

हजारीबाग जिले में ऑक्सीजन उत्पादन का प्लांट नहीं था. रामगढ़ के एसएमपीएल और मोना गैस कंपनी से ऑक्सीजन हजारीबाग को मिलता था. आम दिनों में हजारीबाग में एक माह में 300 से 400 डी टाइप सिलिंडर की खपत होती थी. लेकिन कोरोना के समय प्रतिदिन 200 डी टाइप सिलिंडर की खपत हो रही है.

रामगढ़ से सप्लाई कम होने से हजारीबाग में ऑक्सीजन की कमी हो गयी थी. लेकिन इस प्लांट के शुरू होने के बाद हजारीबाग के सभी अस्पताल और नर्सिंग होमों में कोविड मरीजों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिल पायेगा.

ऑक्सीजन सिलिंडर की हो गयी है कमी :

हजारीबाग जिले भर में ऑक्सीजन की मांग बढ़ने के बाद सिलिंडर की कमी हो गयी है. सिलिंडर कोलकाता और गुजरात से झारखंड को मिलता है. दोनों जगह से सिलिंडर सप्लाई अभी बंद हो गया है. नया सिलिंडर मंगाने के लिए ऑर्डर देने पर कंपनी दो माह बाद डिलिवरी करेगी. यह जानकारी आरआर ट्रेडर्स के संचालक अफाक खान ने दी.

क्या कहते हैं सदर एसडीओ

सदर एसडीओ विद्या भूषण कुमार ने कहा कि हजारीबाग जिले के लिए जिस तरह से ऑक्सीजन की व्यवस्था हुई है, सिलिंडर की व्यवस्था प्रशासन शीघ्र जरूरत के अनुसार करा लेगा. इंडस्ट्री में इस्तेमाल होनेवाले सभी सिलिंडर को फिलहाल मेडिकल ऑक्सीजन सिलिंडर में इस्तेमाल करने की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.

डीसी ने कहा

डीसी आदित्य कुमार आनंद ने कहा कि आम जनता नहीं घबराये. ऑक्सीजन और ऑक्सीजन सिलिंडर की कमी जिले में नहीं होने दी जायेगी. आम लोग ऑक्सीजन सिलिंडर को लेकर पैनिक नहीं हो. पूरी व्यवस्था पर प्रशासन कार्य कर रहा है.

Posted By : Sameer Oraon

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