अजय ठाकुर, चौपारण
चौपारण में 26 पंचायत में 13 महिला मुखिया हैं. इसमें बेला पंचायत खास है. इस पंचायत की मुखिया ममता देवी हैं. पहली बार मुखिया निर्वाचित हुई हैं. सभी पंचायत में सरकार द्वारा आवंटन राशि के हिसाब से विकास का काम किया जा रहै है. दूसरी ओर ममता अपनी पंचायत की महिलाओं और बेटियों को सशक्त बनाने के लिए अनोखा पहल अपना रही हैं. ममता कहती हैं कि आज भी माहिलाएं घरेलू हिंसा, सामाजिक और आर्थिक मार काे झेल रही हैं. मुखिया महिलाओं को घरेलू हिंसा से उबरने के लिए अब उन्हें कानून की जानकारियां दे रही हैं. समाज में बराबरी का हक पाने के लिए उन्हें प्रेरित कर रही हैं. गांव घर का विवाद पंचायत के माध्यम से सुलझाने का प्रयास कर रही हैं.एक भी बेटी पंचायत में अशिक्षित नहीं रहे :
मुखिया ममता देवी पंचायत में एक अभियान चला रही हैं कि पंचायत की बेटियां बुनियादी शिक्षा से वंचित नहीं रहे. इसके लिए बेटी को पढ़ाने के लिए अभिभावकों को प्रेरित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं. वह सप्ताह में एक या दो दिन पंचायत के किसी गांव में चली जाती हैं. महिलाओं के साथ बैठक करती हैं. महिलाओं को शिक्षा का महत्व बताती हैं. वह अपना मिसाल देकर कहती हैं कि आज मैं पढ़ी लिखी नहीं होती तो मुझे भी अपना अधिकार की जानकारी नहीं होती. ममता के प्रयास से पंचायत के हर घर की बेटियां स्कूल जा रही हैं. उन्होंने कहा जब बेटी पढ़ेगी तभी समाज शिक्षित होगा. जब समाज शिक्षित होगा तभी पंचायत, प्रदेश और देश विकसित होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है