बरही में यकीदत के साथ अदा की गयी नमाज
बरही में कुर्बानी का त्योहार ईद-उल-अजहा यानी बकरीद बड़े ही अकीदत व पाकीज़गी के साथ मनाया गया.
बरही.
बरही में कुर्बानी का त्योहार ईद-उल-अजहा यानी बकरीद बड़े ही अकीदत व पाकीज़गी के साथ मनाया गया. मुस्लिम अकीददतमंदों ने ईदगाहों व मस्जिदों में बकरीद की नमाज अदा की. बरही के कोनरा ईदगाह में मौलाना मो मुसर्रफुल कादरी, बरही जामा मस्जिद में हाफ़िज़ फ़िरोज़ अहमद, मदीना मस्जिद में हाफ़िज़, मो कलीम उद्दीन रिज्वी व मक्का मस्जिद में कारी-वो हाफिज मो क्यूम अहमद, मस्जिदे अलक्सा में मौलाना रिज़वान ने बकरीद की नमाज़ की इमामत की. रसोइया धमना, छोटकी बरही, लश्करी, धनवार, गरजमो, बैजलाडीह, भण्डारो में भी छोटी ईद का जश्न मना. नमाज़ अदा करने के बाद सभी एक-दूसरे से गले मिले व ईद मुबारक कहा. नमाज़ अदा करने मस्लिम धर्मावलंबी काफ़ी तादायत में पहुंचे थे. गर्मी के बावजूद इबादतगाहों के बाहर मेला लग गया था. नमाज़ के बाद लोगों ने अपने-अपने घरों में गये खस्सी बकरा की कुर्बानी दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है