जिले के सर्वांगीण विकास में डीएमएफटी की भूमिका महत्वपूर्ण : डीसी

डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) एक गैर-लाभकारी ट्रस्ट है.

By Prabhat Khabar Print | June 26, 2024 6:33 PM

प्रतिनिधि, हजारीबाग

डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) एक गैर-लाभकारी ट्रस्ट है. हजारीबाग जिले में इसकी स्थापना तीन जून 2016 को हुई थी. यह ट्रस्ट खनन प्रभावित क्षेत्रों में लोगों के विकास व आवश्यकताओं के लिए काम कर रहा है. अपनी स्थापना के आठ वर्षों में हजारीबाग के स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला बाल विकास और कृषि के क्षेत्र में कई उल्लेखनीय कार्य किया. प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में करोड़ों रुपये की धनराशि खर्च की गयी. उपायुक्त नैंसी सहाय ने बताया कि आने वाले दिनों में डीएमएफटी से चल रही योजनाओं को बढ़ाया जायेगा व पुरानी योजनाओं को आधुनिक व नवीनतम उपकरणों से लैस करने की योजना है.

उच्च प्राथमिकता वाली याेजनाओं को मिली स्वीकृति :

इनमें पेयजलापूर्ति में 15 योजनाएं, पर्यावरण संरक्षण व प्रदूषण नियंत्रण में तीन, स्वास्थ्य सुरक्षा में 105, शिक्षा के क्षेत्र में 384, महिला बाल विकास में 33, कौशल विकास में 25, सैनिटेशन में 18, कृषि में चार और पशुपालन में चार योजनाएं संचालित है. उपायुक्त ने अब तक 593 योजनाओं को स्वीकृती प्रदान की है.

स्वास्थ्य सेवा में डीएमएफटी का बढ़ा योगदान :

डीसी ने बताया कि जिले में डीएमएफटी से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व नौ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित है. इन सभी केंद्रो में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न पदों पर नियुक्ति हुई है. इनमें विशेषज्ञ चिकित्सक 18, चिकित्सा पदाधिकारी 16, दंत चिकित्सक चार, स्वास्थ्य प्रबंधक नौ, लैब टेक्नीशियन 20, एएनएम 40, ग्रेड ए नर्स 37, एक्स-रे टेक्निशियन आठ, ईसीजी टेक्निशियन छह, ऑडियोमैट्रि टेक्नीशियन दो, एनेस्थीसिया टेक्नीशियन पांच, पोस्टमार्टम असिस्टेंट एक, ओटी टेक्नीशियन 12, ऑप्टोमेट्रिस्ट टेक्नीशियन चार, इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन के पद पर एक सहित कुल 183 पदों पर नियुक्ति की गई है. वहीं चुरचू प्रखंड में आठ वर्षों से बंद उप स्वास्थ्य केंद्र लारा का जीर्णाेधार किया गया.

मॉडयूलर ऑपरेशन थियेटर की स्थापना :

मेडिकल कॉलेज के लाभुक क्षेत्र में रहने वाले लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में डीएमएफटी की बड़ी भूमिका है. हड्डी रोग विभाग में करोड़ों की लागत से मॉडयूलर ओटी बनायी गयी है. इससे हीप और घुटना रिप्लेशमेंट सर्जरी जैसी गंभीर कार्य हजारीबाग में होने लगे हैं. इस ओटी से संक्रमण मुक्त सर्जरी की सुविधा मिली है. इसकी स्थापना से शहरवासियों को हड्डी के इलाज के लिए बड़े शहरों में जाने से निजात मिली है.

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