रथयात्रा महोत्सव. सात जुलाई को निकलेंगी दो रथयात्राएं

आषाढ़ शुक्ल पक्ष द्वितीया पर सात जुलाई को दो रथयात्राएं निकलेंगी.

By Prabhat Khabar Print | July 3, 2024 5:52 PM

बड़कागांव में 21 और चौपारण में 38 फीट ऊंचे रथ पर सवार होकर दर्शन देंगे भगवान

पंच मंदिर में 84 गांव के लोग करते हैं पूजा-पाठ

बड़कागांव-चौपारण.

आषाढ़ शुक्ल पक्ष द्वितीया पर सात जुलाई को दो रथयात्राएं निकलेंगी. एक बड़कागांव प्रखंड स्थित राम जानकी पंच मंदिर से रथयात्रा निकलेगी. दूसरी चौपारण प्रखंड के सियरकोनी धाम से जगन्नाथ रथ यात्रा निकलेगी. बड़कागांव में रथ की ऊंचाई 21 फीट होगी. यहां लोहे और स्टील के चदरा से रथ का निर्माण किया गया है. रथ को सुंदर और आकर्षक बनाने के काम में पुजारी चिंतामणि महतो और रघुनंदन मिस्त्री जुटे हुए हैं. पंच मंदिर कर्णपुरा क्षेत्र का एकलौता मंदिर है, जहां 84 गांव के लोग पूजा-अर्चना करने आते हैं. इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र, बहन सुभद्रा, भगवान श्री राम, भाई लक्ष्मण, माता सीता, भगवान शंकर, माता पार्वती व हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित है. पुजारी चिंतामणि महतो ने बताया कि मेले की तैयारी राम जानकी मंदिर पूजा समिति की ओर से की जा रही है. छह जुलाई को भगवान का स्नान विधि कार्यक्रम के बाद 56 भोग लगाया जायेगा. सात जुलाई को रथयात्रा और मेला का आयोजन होगा.

सात जुलाई की सुबह में दर्शन देंगे भगवान

सात जुलाई को आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है. इस दिन को पंडित काफी शुभ मान रहे हैं. पुजारी चिंतामणि के अनुसार जो लोग सुबह में स्नान-ध्यान के बाद भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा का दर्शन करते हैं उनका मनोकामना पूर्ण होता है. सुबह में भक्तों के दर्शन के लिए मंदिर का मुख्य कपाट खोल दिया जायेगा. भगवान को स्नान, पूजा-पाठ और छप्पन भोग कराया जायेगा. इसके बाद दोपहर में रथयात्रा निकाली जायेगी. रथयात्रा राम जानकी मंदिर से शुरू होगी, जो टैक्सी स्टैंड होते हुए डेली मार्केट, राधेश्याम मंदिर, दुर्गा मंदिर तक पहुंचेगी. पुन: काली मंदिर होते हुए रेंज ऑफिस के पास मौसीबाड़ी पहुंचेगी. 15 जुलाई को घुरती रथयात्रा मेला का आयोजन किया जायेगा.

नयी रूट चार्ट की मांग :

बड़कागांव के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन व राम जानकी मंदिर पूजा समिति से नयी रूट चार्ट की मांग की है. मांग करने वाले ग्रामीणों के अनुसार राम जानकी मंदिर से लेकर गुरुचट्टी के बनिया टोला, जीडीएम चौक, थाना मोड़, हॉस्पिटल रोड होते हुए टैक्सी स्टैंड, मुख्य चौक डेली मार्केट, राधेश्याम मंदिर, दुर्गा मंदिर तक और पुनः वापस होते हुए काली मंदिर, रेंज ऑफिस के पास मौसीबाड़ी तक रूट चार्ट की मांग की है.

सुबह 11 बजे भगवान को अर्पित किये जायेंगे छप्पन भोग

चौपारण.

सियरकोनी धाम से दोपहर में रथयात्रा निकाली जायेगी. इसमें बिहार-झारखंड समेत करीब पांच देशों से एक सौ से अधिक विदेशी भक्त शामिल होंगे, जो विदेशी बैंड पर हरे कृष्णा, हरे रामा के धुन पर स्थानीय भक्तों को झुमाएंगे. विदेशी भक्तों का संकीर्तन इस बार के रथयात्रा में आकर्षण का केंद्र रहेगा. मंदिर संस्थापक डॉ केसवानंद प्रभु ने बताया सुबह आठ बजे से ही भक्तों के आने का क्रम शुरू हो जायेगा. सुबह नौ बजे भगवान जगन्नाथ का आगमन सियरकोनी श्री जगरनाथ मंदिर से चैथी मोड़ स्थित रथ पर होगा, जहां दस से 11 बजे तक ठाकुर जी को छप्पन भोग अर्पित किये जायेंगे. पूजन पाठ के बाद दोपहर 12 बजे अतिथियों द्वारा यात्रा का शुभारंभ किया जायेगा.

चौपारण रथयात्रा में 270 गांव के लोग होंगे शामिल

रथ यात्रा चैथी मोड़ से निकलकर जीटी रोड से ब्लॉक मोड़, काली मंडा, ठाकुरबाड़ी, चतरा रोड होते हुए बिगहा हनुमान गढ़ी स्थित मौसीबाड़ी पहुंचकर सम्पन्न होगी. रथ की ऊंच्चाई 38 फीट की होगी. रथ यात्रा में 270 गांव के अलावा इटखोरी, मयूरहंड़, बरही, पदमा, इचाक, बाराचट्टी, चंदवार प्रखंड सहित चतरा, कोडरमा, गया, हजारीबाग, रामगढ़ जिला के श्रद्धालु शामिल होंगे. रथयात्रा सात जुलाई की संध्या मौसीबाड़ी बिगहा हनुमान मंदिर पहुंचेगी. पांच दिनों तक धार्मिक अनुष्ठान के बाद पुनः उसी रथ से भगवान जगरनाथ, भाई बलराम और बहन सुभद्रा सियरकोनी जगरनाथ मंदिर लौटेंगे.

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