आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चा बंद होने के मामले की जांच करने पहुंचीं सीडीपीओ
सेविका पूनम कुमारी और सहायिका मीरा देवी द्वारा बरती गयी लापरवाही को लेकर मंगलवार को चुरचू के सीडीपीओ रेखा रानी और सुपरवाइजर अल्पना तिर्की जांच करने पहुंचीं.
सेविका और सहायिका को लगायी फटकार
दोबारा किसी प्रकार की गलती पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी
वरीय पदाधिकारियों को सौंपी जायेगी रिपोर्ट, आदेश पर होगी कार्रवाई
प्रतिनिधि, चरही
चरही लालबंगला स्थित आंगनबाड़ी केंद्र दो की सेविका पूनम कुमारी और सहायिका मीरा देवी द्वारा बरती गयी लापरवाही को लेकर मंगलवार को चुरचू के सीडीपीओ रेखा रानी और सुपरवाइजर अल्पना तिर्की जांच करने पहुंचीं. दोनों को जमकर फटकार लगायी. सीडीपीओ ने अमर कुमार महतो (तीन वर्ष) पिता सकलदीप महतो और माता सोनी सोनी कुमारी से पूछताछ की. उन्होंने बताया कि बच्चे को 11 जून की सुबह पढ़ने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र भेजा था. केंद्र में पढ़ाई के बाद 10.30 बजे सभी बच्चों की छुट्टी हो गयी. मेरा बच्चा घर नहीं पहुंच पाया. इसको लेकर चिंता बढ़ गयी. बच्चे को खोजबीन करने लगे. नहीं मिलने पर परिजन इसकी जानकारी सेविका पूनम कुमारी को दी. सभी ने पुनः आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचकर देखा तो बच्चा तीन घंटे तक अंदर बंद था. रो रहा था. ताला खोलकर बाहर निकाला गया. बच्चे के माता-पिता ने कहा कि इस मामले में सेविका और सहायिका घोर लापरवाही बरती है. इस पर कार्रवाई होनी चाहिए. सेविका पूनम कुमारी ने कहा कि 11 जून को कन्यादान प्रमाण-पत्र और कार्यालय के काम से हजारीबाग के लिए निकल गयी थी. केंद्र का चार्ज सहायिका मीरा देवी को दिया गया था. माता-पिता और ग्रामीण कार्रवाई करने की मांग पर अड़े हुए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि इस आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों की संख्या कम है. खानापूर्ति की जा रही है. सेविका द्वारा महिला समूह को दिए गये पीडीएस दुकान को भी चला रही है, जो गैर कानूनी है. सीडीपीओ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि सभी पहलुओं की जांच रिपोर्ट बनाकर वरीय अधिकारी को दी जायेगी. जांच में चुरचू जिप सदस्य बासुदेव करमाली, सुपरवाइजर अल्पना तिर्की, बच्चे के पिता सकलदीप महतो, माता सोनी कुमारी, दिनेश रविदास सहित दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है