सियरकोनी धाम से निकलेगी रथयात्रा, विदेशी मेहमान होंगे आकर्षण का केंद्र
सियरकोनी धाम से सात जुलाई को निकलने वाली जगरनाथ रथयात्रा को भव्य रूप देने में श्रद्धालु जुटे हैं.
रथयात्रा : सात जुलाई को नगर भ्रमण पर निकलेंगे भाई-बहन के साथ भगवान जगन्नाथ
बिहार-झारखंड के अलावा करीब पांच देशों के सौ से अधिक विदेशी भक्त होंगे शामिल
सुबह में भगवान छप्पन भोग का आनंद लेने के बाद दोपहर में करेंगे नगर भ्रमण
प्रतिनिधि, चौपारण
सियरकोनी धाम से सात जुलाई को निकलने वाली जगरनाथ रथयात्रा को भव्य रूप देने में श्रद्धालु जुटे हैं. आयोजक दिन-रात रथ यात्रा को व्यापक स्तर पर निकालने की तैयारी कर रहे हैं. रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई बलराम और बहन सुभद्रा नगर भ्रमण कर भक्तों को दर्शन देंगे. रथयात्रा में बिहार-झारखंड के अलावा करीब पांच देशों के सौ से अधिक विदेशी भक्त शामिल होंगे. ये भक्त विदेशी बैंड पर हरे कृष्णा, हरे रामा की धुन पर झूमेंगे. बैंडों से सुसज्जित विदेशी भक्तों का संकीर्तन ही रथयात्रा में आकर्षण का केंद्र रहेगा. आयोजकों ने बताया कि विदेशी भक्तों के लिए अलग से दो ट्रेलर पर चलंत स्टेज बना रहेगा. रथयात्रा के दौरान विदेशी भक्त भक्तिमय प्रस्तुति करेंगे. कई वीआइपी विदेशी मेहमान रथयात्रा में आमजनों के साथ मिलकर रथयात्रा की शोभा बढ़ायेंगे. मंदिर संस्थापक डॉ केशवानंद प्रभु ने बताया सुबह-सुबह आठ बजे से ही भक्तों के आने का सिलसिला शुरू हो जायेगा. सुबह नौ बजे भगवान जगन्नाथ का आगमन सियरकोनी श्री जगरनाथ मंदिर से चैथी मोड़ स्थित रथ पर होगा. दस बजे से 11 बजे तक ठाकुर जी को छप्पन भोग अर्पित किए जायेंगे.
मौसीबाड़ी तक जायेगी रथयात्रा :
पूजन पाठ के बाद दोपहर 12 बजे अतिथियों द्वारा यात्रा का शुभारंभ किया जायेगा. चैथी मोड़ से यात्रा शुभारम्भ होकर, जीटी रोड होते हुए चतरा मोड़ पहुंचेगा. वहां से चतरा रोड होते हुए बिगहा हनुमान गढ़ी स्थित मौसीबाड़ी पहुंचकर सम्पन्न होगी. आयोजक अभिषेक सिंह ने बताया बिगहा में स्टॉलों के माध्यम से लोगों को विभिन्न प्रकार के संदेश दिए जायेंगे. मौसीबाड़ी में संध्या भजन-कीर्तन होगा, जहां बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे.राम-जानकी मंदिर से निकलेगी रथयात्रा
बड़कागांव.
बड़कागांव के राम-जानकी मंदिर से निकलने वाली रथयात्रा की तैयारी जोरों पर है. आयोजक दिन-रात मेहनत कर रथयात्रा को व्यापक स्तर से मनाने की तैयारी कर रहे हैं. इससे पहले भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा का स्नान विधि कार्यक्रम किया गया. पुजारी चिंतामणि महतो के नेतृत्व में पूजा-अर्चना की गयी. अनुष्ठान के बाद एकांतवास में चले गये. छह जुलाई को भगवान स्वस्थ होकर सात जुलाई की सुबह में छप्पन भोग का आनंद लेकर भक्तों को दर्शन देंगे. इस रथयात्रा में हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है