नशा के बाद शुरू होता है नाश : पुष्कर
विभावि के अर्थशास्त्र विभाग में 'नशा-मुक्ति जागरूकता संगोष्ठी हुई.
अर्थशास्त्र विभाग में नशा-मुक्ति जागरूकता संगोष्ठी
हजारीबाग.
विभावि के अर्थशास्त्र विभाग में ”नशा-मुक्ति जागरूकता संगोष्ठी हुई. विभागाध्यक्ष डॉ एसएम कैसर व सहायक प्राचार्या डॉ इफ्शा ख़ुर्शीद उपस्थित थे. विभाग के शोधार्थी पुष्कर कुमार पुष्प ने युवाओं के बीच नशे की स्थिति, इसके प्रारूप, नुकसान व निदान के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि ”नशा” और ”नाश” के बीच केवल मात्राओं के स्थान का अंतर है. नशा की अंतिम दशा नाश है. डॉ खुर्शीद ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी अपार संभावनाओं से भरी हुई है, ऐसे में नशे की लत, ड्रग जैसी चीज़ों के प्रति सतर्क रहना आवश्यक है. डॉ क़ैसर ने छात्रों को नशे से दूर रहने की सलाह देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं की. संचालन शोधार्थी आरती व अदिति ने तथा धन्यवाद ज्ञापन शोधार्थी रेशु ने किया. कार्यक्रम में द्वितीय समसत्र के छात्रों सहित शोधार्थी ख़ुशनुमा, आम्सा, पंकज, पल्लवी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है