वन विभाग को वन भूमि पर पौधे लगाने से ग्रामीणों ने रोका
बाझा पंचायत के गरडुआ गांव में पौधरोपण करने पहुंची वन विभाग की टीम को ग्रामीणों ने रविवार को रोक दिया.
बाझा पंचायत के गरडुआ गांव के लोगों का कहना है कि खेती का एकमात्र साधन है वन भूमि जेसीबी और मजदूरों के साथ गरडुआ गांव पहुंचे पदाधिकारी निराश लौटे बीच सड़क पर महिला-पुरुष बैठकर की सड़क जाम प्रतिनिधि, कटकमसांडी बाझा पंचायत के गरडुआ गांव में पौधरोपण करने पहुंची वन विभाग की टीम को ग्रामीणों ने रविवार को रोक दिया. इस कारण वन विभाग की टीम पौधरोपण स्थल पर नहीं जा सकी. ग्रामीणों ने कहा कि वन विभाग हमलोगों के घर के सामने पौधरोपण करना चाह रही है. पूरी जमीन पर पौधरोपण कर देने से खेती-किसानी का काम बंद हो जायेगा. आजीविका की बड़ी समस्या उत्पन्न हो जायेगी. जीवनयापन का एक मात्र यही साधन है. ग्रामीणों ने कहा कि भूमि वन विभाग की है, लेकिन हमलोग वर्षों से पीढ़ी दर पीढ़ी इसी भूमि पर खेती-किसानी कर अपना पालन पोषण करते हैं. अनुसूचित जनजाति बहुल गरडुआ गांव हजारीबाग वन्य आश्रयणी क्षेत्र में आता है. वन कर्मियों द्वारा पौधरोपण किया जाना है. गरडुआ सहित कई ऐसे गांव हैं जहां पर वन भूमि का अतिक्रमण कर लोग खेती किसानी का काम कर रहे हैं. बीट ऑफिसर मुकेश कुमार ने कहा कि वन विभाग की जमीन पर जबरन ग्रामीण कब्जा कर खेतीबारी कर रहे हैं. वन विभाग इस जमीन पर पौधरोपण करने की सारी तैयारी कर ली है. जब भूमि पर जेसीबी लेकर काम कराने जा रहे हैं तो सभी ग्रामीण महिला पुरुष हम सभी को रोक देते हैं. इसके कारण सभी लोग बगैर काम किये लौट गये.
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