शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल से बनेंगे 99 डॉक्टर, अंतिम परीक्षा 29 से
हजारीबाग में मेडिकल कॉलेज अस्पताल खुलने से डॉक्टरों की कमी दूर हो गयी है. विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक हैं.
जयनारायण, हजारीबाग
हजारीबाग में मेडिकल कॉलेज अस्पताल खुलने से डॉक्टरों की कमी दूर हो गयी है. विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक हैं. इसके अलावा जल्द ही शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल से चिकित्सकों का पहला बैच निकलने के लिए तैयार है. यह डॉक्टर जिले और देश भर में अपनी सेवाएं देंगे. पहला बैच 2019 में शुरू हुआ था. कॉलेज में 100 मेडिकल छात्रों के पढ़ने की व्यवस्था है. इसमें झारखंड कोटा से 82, केंद्र सरकार कोटे से 15 और केंद्र सरकार द्वारा मनोनीत दो छात्रों का नामांकन लिया जाता है. 58 महीने की पढ़ाई के बाद इन छात्रों को इस वर्ष एमबीबीएस की डिग्री मिलेगी. छात्रों की अंतिम वर्ष की परीक्षा 29 जून से हो रही है. इसमें 99 छात्र शामिल हो रहे हैं. जबकि एक छात्रा की मौत हो चुकी है. इसके बाद इन छात्रों को एक साल के इंटर्नशिप के बाद 2025 में उत्तीर्ण घोषित किया जायेगा.अस्पताल के इलाज पर लोगों का बढ़ा विश्वास
: शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज ने काफी कम समय में कई मुकाम हासिल किया. बेहतर पढ़ाई, शैक्षणिक माहौल और यहां की आबो-हवा को लेकर देशभर के मेडिकल छात्रों ने नामांकन में रुचि दिखाई है. पिछले दिन इंडियन एकेडिक ऑफ पीडियाट्रिक्स की ओर से आयोजित क्विज में रिभू बनर्जी और हार्दिक दास ने दूसरा स्थान प्राप्त किया था. इस प्रतियोगिता में एम्स देवघर, रिम्स रांची सहित राज्य भर के मेडिकल छात्रों ने हिस्सा लिया था. इसके अलावा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हड्डी रोग, इएनटी, गायनिक, सर्जरी सहित विभिन्न विभागों में कई जटिल बीमारियों का इलाज किया है. इससे हजारीबाग जिले के लोगों का विश्वास बढ़ा है. इस कॉलेज अस्पताल में हजारीबाग जिले के अलावा गिरिडीह, चतरा, कोडरमा, रामगढ़, बोकारो के लोग इलाज कराने आते हैं.कॉलेज अस्पताल में 500 बेड की व्यवस्था :
शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य डॉ एसके सिंह ने कहा कि पहला बैच का फाइनल एग्जाम होने वाला है. छात्रों और शिक्षकों ने मेहनत की है. मेडिकल कॉलेज और अस्पताल एक ही कैंपस में आने के बाद लोगों को और भी सुविधाएं मिलेंगी. इस कॉलेज अस्पताल में 500 बेड की व्यवस्था है. आठ मंजिले भवन में सभी विभागों के लिए अलग-अलग व्यवस्था है. कैथ लैब, न्यूरोलॉजी सहित कई सुविधाएं मरीजों को एक ही परिसर में मिलेगा. कॉलेज अस्पताल अधीक्षक डॉ विनोद कुमार ने कहा कि इस अस्पताल में हड्डी रोग के कई जटिल ऑपरेशन यहां के चिकित्सकों ने कम संसाधन में किया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है