Jharkhand News : हजारीबाग में सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है. यहां शेख भिखारी मेडिकल अस्पताल में भर्ती कैदी मो शाहिद अंसारी ने सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी चौहान की हत्या कर फरार हो गया. इस घटना के बाद अफरा-तफरी फैल गई. घटना के बाद पूरे पुलिस-प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया. घटना की सूचना पाते ही हजारीबाग डीसी नैंसी सहाय, एसपी अरविंद कुमार सिंह, सदर एसडीपीओ कुमार शिवाशीष समेत कई पुलिस के वरीय अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे है.
सजायाफ्ता कैदी था मो शाहिद अंसारी
सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी की हत्या कर फरार होने वाला सजायाफ्ता कैदी था. उस पर हत्या के कई मामले बोकारो में दर्ज बताया जाता है. कुछ दिनों से उसका इलाज हजारीबाग शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज में चल रहा था. उसके सुरक्षा में जिला बल के पुलिस कर्मी चौहान हैंबरॉम शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तैनात था. जानकारी के अनुसार फरार कैदी बोकारो चास के रहनेवाला है.
कैदी की खोज के लिए छापेमारी शुरू
घटना की सूचना के बाद पुलिस महकमा सक्रिय हुआ. एसपी हजारीबाग के निर्देश पर छापामारी अभियान चलाया जा रहा है. खोजी कुत्तों को घटना स्थल पर लाकर अनुसंधान शुरू किया गया. कैदी वार्ड में लगे सीसीटीवी कैमरा को पुलिस खंगाल रही है. फिलहाल घटना को लेकर एसपी कुछ बोलने से परहेज कर रहे हैं.
फरार कैदी की राइट लिंब्स में थी तकलीफ
जेपी केंद्रीय कारा अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने कहा कि कैदी शाहिद अंसारी का शरीर के दाएं हिस्से में शिकायत था. कैदी का इलाज मई 2024 का रिम्स में इलाज चल रहा था. वहां से उसे एक जून 2024 को एम्स रेफर किया गया. एम्स रेफर किए जाने के बाद सरकारी प्रक्रिया के तहत हजारीबाग जेल लाया गया. इसके बाद उसे 27 जुलाई 2024 को शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया. उसे एम्स भेजने की प्रक्रिया चल रही था.
2019 से जेपी केंद्रीय कारा हजारीबाग में सजा काट रहा था शाहिद
शाहिद अंसारी पर धनबाद में हत्या और बलात्कार करने के आरोप में सजा हुई थी. 11 जनवरी 2019 को सुरक्षा के दृष्टिकोण से उसे धनबाद जेल से हजारीबाग लाया गया. लगभग पांच साल से शाहिद अंसारी हजारीबाग जेल में बंद था.
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