चेतावनी, सेविका-सहायिका की मांग नहीं मानी, तो 20 सितंबर से हड़ताल
झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका कर्मचारी संघ मंगलवार को समाहरणालय के सामने एक दिवसीय धरना दिया.
झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका कर्मचारी संघ ने समाहरणालय के सामने दिया धरना
हजारीबाग.
झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका कर्मचारी संघ मंगलवार को समाहरणालय के सामने एक दिवसीय धरना दिया. उपायुक्त को पांच सूत्री मांग ज्ञापन सौंपा. संघ के जिलाध्यक्ष रेखा कुमारी ने कहा कि सरकार हमारी मांगें 19 सितंबर तक नहीं मानी तो जिले के तीन हजार से अधिक सेविका-सहायिका 20 सितंबर से हड़ताल पर चले जायेंगे. झारखंड राज्य कर्मचारी महासंघ के केडी सिंह ने कहा कि झारखंड सरकार पारा शिक्षकों, सहिया, जल सहिया व अन्य विभाग के कर्मचारियों की मांगे मानी है. सेविका-सहायिक की जायज मांगों को भी सरकार को मानना होगा.संघ की मांग :
सबला योजना की पोषण राशि का बकाया भुगतान करने, सेविका सहायिका का स्थायीकरण करने, जब तक स्थायीकरण नहीं होता है तो संविदा कर्मी का दर्जा देने, सरकार न्यूनतम मजदूरी को लागू करने, सेविका-सहायिका के सेवानिवृत्ति के पश्चात सेविका को पांच लाख और सहायिका को तीन लाख भुगतान करने, महिला पर्यवेक्षिका को बहाली करने में 50 प्रतिशत आरक्षण व उम्र सीमा समाप्त करते हुए वरीयता के आधार पर प्रोन्नति करने, आंगनबाड़ी केंद्रों में पूरक पोषक आहार की राशि का भुगतान बाजार दर पर करने, सुप्रीम कोर्ट द्वारा लिए गये निर्णय अनुसार सेविका सहायिका की ग्रेज्यूटी में लाभ देने की मांग शामिल है. धरना में लीना सिन्हा, पूनम सिन्हा, कुसुम कुमारी, रेखा कुमारी, सावित्री देवी, शोभा रानी, लीलावती, अनीमा देवी, प्रेमलता, मालती, मीरा, मंजू, पुनम, रूचिता समेत सैकड़ों की संख्या में आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका शामिल थीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है