मैट्रिक की झारखंड टॉपर ज्योत्सना ज्योति का है सपना- डॉक्टर बनकर करूं समाज सेवा

झारखंड बोर्ड की मैट्रिक की परीक्षा में टॉप करने वाली हजारीबाग की ज्योत्सना ज्योति डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करना चाहती है. प्रभात खबर से उसने ये बातें कहीं.

By Mithilesh Jha | April 19, 2024 3:46 PM

JAC Board 10th Result 2024|हजारीबाग, आरिफ : झारखंड बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा में पूरे राज्य में टॉप करने वाली ज्योत्सना ज्योति ने अपना सपना प्रभात खबर (prabhatkhabar.com) के साथ शेयर किया. उन्होंने बताया कि वह आगे चलकर क्या करना चाहती हैं.

डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करने का है सपना : ज्योत्सना ज्योति

झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा में झारखंड की स्टेट टॉपर ज्योत्सना ज्योति ने कहा है कि उसका सपना है कि वह डॉक्टर बने और समाज की सेवा करे. वह मूल रूप से चतरा के गिद्धौर प्रखंड की रहने वाली है.

शुरू से ही मेधावी छात्रा थी ज्योत्सना ज्योति

गिद्धौर प्रखंड के पांडेबागी गांव की ज्योत्सना ज्योति ने कहा कि डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करूंगी. शुरू से ही ज्योत्सना मेधावी छात्रा रही है. उसकी प्रारंभिक शिक्षा (कक्षा एक से पांचवीं तक) गांव में ही सरकारी प्राथमिक विद्यालय से हुई. इसके बाद उसका दाखिला इंदिरा गांधी बालिका विद्यालय हजारीबाग में हो गया.

स्कूल से आने के बाद भी पढ़ाई पर करती थी फोकस

ज्योत्सना ने कहा स्कूल से आने के बाद वह पूरी तरह पढ़ाई पर फोकस करती थी. छात्रावास में देर रात तक पढ़ती थी. उसने कहा कि शिक्षा से ही बेहतर समाज का निर्माण हो सकता है. बेहतर रिजल्ट पाने के लिए विद्यार्थियों को निरंतर पढ़ाई करनी चाहिए.

ज्योत्सना के पिता मयूरहंड के स्कूल में हैं प्रभारी प्राचार्य

ज्योत्सना के पिता राजेंद्र कुमार दास सरकारी शिक्षक हैं. वर्तमान में मयूरहंड के स्वामी विवेकानंद प्लस टू उच्च विद्यालय में प्रभारी प्राचार्य हैं. ज्योत्सना के दादा महादेव दास भी सरकारी शिक्षक थे. वह रिटायर्ड हो चुके हैं.

तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी है ज्योत्सना

ज्योत्सना की मां किरण कुमारी गृहणी हैं. शुरू से पढ़ाई लिखाई पर ध्यान देती थी. स्कूल के समय के बाद बाकी समय में भी पढ़ाई में कभी ढिलाई नहीं बरतती थी. ज्योत्सना तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी है.

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