Lockdown : चौपारण में जरूरतमंदों तक स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध करा रहे आपदा मित्र

हजारीबाग जिले के चौपारण प्रखंड क्षेत्र में युवाओं का उत्साही टोला पिछले 44 दिनों से जरूरतमंदों को भोजन करा रहा है. लॉकडाउन के बाद इलाके में कोई व्यक्ति भूखा न रहे, इसको लेकर चौपारण प्रखंड के युवाओं की टोली 'आपदा मित्र' बन कर जरूरतमंदों तक हर जरूरी सामान पहुंचाने में लगे हैं. इन आपदा मित्रों की ओर से जरूरतमंदों को खिचड़ी की जगह लजीज व्यंजन तक उपलब्ध कराया जा रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 9, 2020 3:44 PM
an image

चौपारण (हजारीबाग) : हजारीबाग जिले के चौपारण प्रखंड क्षेत्र में युवाओं का उत्साही टोला पिछले 44 दिनों से जरूरतमंदों को भोजन करा रहा है. लॉकडाउन के बाद इलाके में कोई व्यक्ति भूखा न रहे, इसको लेकर चौपारण प्रखंड के युवाओं की टोली ‘आपदा मित्र’ बन कर जरूरतमंदों तक हर जरूरी सामान पहुंचाने में लगे हैं. इन आपदा मित्रों की ओर से जरूरतमंदों को खिचड़ी की जगह लजीज व्यंजन तक उपलब्ध कराया जा रहा है. अजय ठाकुर की रिपोर्ट.

Covid-19 के खिलाफ इस जंग में हर कोई लगा है. जरूरतमंदों को भोजन मिले इसके लिए राज्य की हेमंत सरकार भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. इसी कड़ी में हजारीबाग जिले के चौपारण प्रखंड क्षेत्र के उत्साही युवाओं की टोली ने ‘आपदा मित्र’ बना कर जरूरतमंदों तक स्वादिष्ट व्यंजन उपलब्ध करा रहे हैं. आपदा मित्र यह कार्य पिछले 44 दिनों से कर रहे हैं.

Also Read: Covid19 Outbreak: गढ़वा में एक साथ 20 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद आधी रात में सक्रिय हुआ प्रशासन

आपदा मित्र की ओर से जरूरतमंदों को हर दिन लजीज व्यंजन जैसे- बिरयानी, लिट्टी चोखा, खीर, पूड़ी, बुंदिया, मिठाई के साथ-साथ बच्चों के लिए बिस्कुट, चिप्स आदि के फूड पैकेट्स बना कर उन्हें उपलब्ध करा रहे हैं. साथ ही कोरोना योद्धा मसलन सभी स्वास्थ्यकर्मी, प्रखंड व अंचलकर्मी, अंतरराज्यीय सीमा पर स्थित चोरदाहा चेकपोस्ट के झारखंड पुलिस चौकी, बिहार पुलिस चौकी, प्रखंड के कई क्वारंटीन सेंटर के कर्मियों के अलावा आदिम जनजाति बिरहोर व अति गरीब टोले की पूरी आबादी को भोजन उपलब्ध कराया जाता है.

Also Read: कोडरमा : दो लोगों में कोरोना संक्रमण के बाद प्रशासन में हड़कंप, बगरीडीह को किया सील

स्थानीय प्रशासन भी युवाओं के इस सार्थक प्रयास के कारण सभी को आपदा मित्र के रूप में चिह्नित किया है. भोजन की पूर्ण व्यवस्था स्थानीय सहयोग से संचालित हो रहे हैं. कई लोग सामने आकर पूरे एक दिन का खर्च वहन कर रहे हैं. यही नहीं, आपदा मित्र भी अनूठी प्रस्तुति देते हुए सदस्यों के जीवन के यादगार तिथियों मसलन जन्मदिन, शादी की सालगिरह अथवा किसी प्रियजन के स्मृति शेष के लिए एक दिन का खर्च वहन कर रहे हैं.

अब तो चौपारण प्रखंड क्षेत्र के बाहर रहने वाले युवा भी आपदा मित्र को आर्थिक सहयोग देने के लिए आगे आ रहे हैं. बीते 27 मार्च से शुरू हुए इस सामुदायिक किचन से 30 हजार से अधिक भूखों को भोजन उपलब्ध कराया जा चुका है. वर्तमान में हर दिन सात से आठ सौ लोगों को स्वच्छ व स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है.

Also Read: झारखंड में एक जून से खुलेंगे सरकारी विद्यालय

आपदा मित्र टीम, चौपारण के बैनर तले इस कार्य में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ-साथ ग्लब्स, फेस मास्क की भी बखूबी इस्तेमाल करते हैं. पिछले दिनों प्रखंड विकास पदाधिकारी, चौपारण अमित कुमार श्रीवास्तव ने सभी आपदा मित्र सदस्य एवं भोजन बनाने वालों का थर्मल स्क्रीनिंग भी किया.

जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराने में इनका मिला सहयोग

चौपारण प्रखंड क्षेत्र के जरूरतमंदों को आपदा मित्र भोजन उपलब्ध करा रहा है. भोजन निर्माण में स्थानीय व्यवसायी, समाजसेवी, वन विभाग, बीओआई, एसबीआई, अझाप्रा शिक्षक संघ, जैन समाज, स्थानीय अधिकारी, बाहर निवास कर रहे युवा सहित अन्य लोगों का भरपूर सहयोग मिल रहा है.

Exit mobile version