Jharkhand news, Hazaribage news : बड़कागांव (हजारीबाग) : बड़कागांव की पूर्व विधायक निर्मला देवी और योगेंद्र साव की पुत्री कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद अपने माता-पिता के नक्श-ए-कदम पर चल पड़ी हैं. कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने एनटीपीसी (NTPC) और त्रिवेणी सैनिक माइनिंग (Triveni Sainik Mining) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ग्रामीणों ने बताया कि 2 दिन पूर्व पकरी बरवाडीह कोल माइनिंग प्रोजेक्ट के विस्थापितों और रैयतों द्वारा मुआवजा तथा नौकरी की मांग को लेकर एनटीपीसी के सहयोगी कंपनी त्रिवेणी सैनिक द्वारा किये जा रहे खनन, डिस्पैच तथा परिवहन को बंद कर दिया गया था.
बताया गया कि 2 दिन परिवहन ठप रहने के बाद एनटीपीसी और त्रिवेणी सैनिक ने ग्रामीण भूरैयतों को डरा- धमका कर दोबारा परिवहन को चालू करा दिया गया, जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने विधायक अंबा प्रसाद से की गयी थी.
सोमवार (6 जुलाई, 2020) को अंबा प्रसाद ने धरनास्थल पर पहुंचकर सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते हुए एनटीपीसी तथा त्रिवेणी सैनिक के सभी तरह के कार्यों को बंद को समर्थन दिया है. विधायक ने कहा कि कंपनी जब तक मुआवजा तथा नौकरी पर ग्रामसभा के माध्यम से जिला प्रशासन तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ त्रिपक्षीय वार्ता कर विस्थापितों और प्रभावितों को संतुष्ट नहीं करती है, तब तक कंपनी के सभी तरह के कार्य बंद रहेंगे.
कांग्रेस विधायक ने जनता के हित में बड़कागांव, टंडवा, पिपरवार तथा उरी मारी सहित तमाम विस्थापितों की हक, अधिकार, मुआवजा तथा नौकरी की मांग को लेकर सोमवार (6 जुलाई, 2020) से रोजगार सत्याग्रह की घोषणा किया.
उन्होंने कहा कि यह सत्याग्रह कंपनियों द्वारा विस्थापितों और प्रभावितों के साथ सफल वार्ता होने तक जारी रहेगा. तब तक समस्या का समाधान नहीं निकलता है, तब तक एनटीपीसी के सभी तरह के कार्य बंद रहेंगे.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के माता-पिता भी एनटीपीसी के खिलाफ पहले मोर्चा खोल रखा था. अंबा के पिता पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और माता पूर्व विधायक निर्मला देवी भी विस्थापितों और रैयतों के समर्थन में आंदोलन करते रही है. अब अपने माता-पिता की राह पर कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद भी चल पड़ी है.
Posted By : Samir ranjan.