डीएसपी के सह पर हमारे घर के सामने हुआ बवाल : विधायक

विधायक उमाशंकर अकेला यादव ने रविवार को बरही में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर बरही डीएसपी सुरजीत कुमार के विरुद्ध कई संगीन आरोप लगाये.

By Prabhat Khabar News Desk | August 4, 2024 6:32 PM

बरही विधायक ने डीएसपी पर लगाये कई संगीन आरोप

बरही.

विधायक उमाशंकर अकेला यादव ने रविवार को बरही में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर बरही डीएसपी सुरजीत कुमार के विरुद्ध कई संगीन आरोप लगाये. उन्होंने कहा पिछले दिनों आठ व नौ जुलाई को विधानसभा के सत्र के दौरान मैं रांची में था, पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव ने अपने सैकड़ों गुर्गों के साथ चौपारण स्थित मेरे आवास को घेर कर कानून हाथ में लेने का काम किया. मेरे घर के सामने माइक पर चीख-चीखकर मुझे व मेरे बेटे को गालियां दी. मेरे घर में रह रहे मेरे परिवार के सदस्यों को आतंकित करने की कोशिश की. इस घटना के समय बरही डीएसपी सुरजीत कुमार वहां मौजूद थे, पर इस दौरान वे मूकदर्शक बने रहे. उन्होंने अपनी पुलिस की जिम्मेवारी निभाने व आतंकित को रोकने की कोशिश नहीं की. इससे उनका मनोबल बढ़ा रहा. मेरे घर के सामने तांडव मचाते रहे. आगे कहा कि केवल यही नहीं, मेरे घर घेरने के प्रकरण के बाद पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव अपने लोगों के गुलाबी यादव, संजय यादव, बल्कि यादव, राजराम, किसुन यादव, मन्नू भगत, सोनू दास के घरों पर हमला किया. आपराधिक कार्रवाई की. इन सभी मामले को पीड़ितों ने चौपारण थाना में सात एफआईआर दर्ज कराये हैं. इसमें पूर्व विधायक मनोज यादव मुख्य अभियुक्त हैं, पर पुलिस अभियुक्तों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. डीएसपी के सह पर चौपारण थाना की पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है. विधायक अकेला यादव ने कहा कि चौपारण के संतोष यादव के घर पर छापामारी के क्रम में अफीम व अफीम बनाने के उपकरण बरामद हुए थे, पर डीएसपी ने उसे बचाया और उसके नौकर पवन टुड्डू को अभियुक्त बना दिया. यह सब पूर्व विधायक मनोज यादव के सह पर किया गया. विधायक ने कहा इन सभी बातों के लेकर वह आज ही बरही डीएसपी के खिलाफ राज्य के डीजीपी से मिलने की बात कही.

डीएसपी ने आरोपों से इनका किया :

डीएसपी सुरजीत कुमार से बात करने पर विधायक के सारे आरोपों से इंकार किया. कहा, विधायक के घर के सामने हंगामा मचाने वालों को पुलिस बल का उपयोग कर खदेड़ दिया गया था. चौपारण प्रकरण में कई केस दर्ज किए हैं. पुलिस कार्रवाई कर रही है. कई अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. संतोष यादव के मामले में जांच चल रही है. अफ़ीम के धंधे में उसकी अन्तरलिप्ता प्रमाणित होगी तो उसे भी जेल भेजा जाएगा. पूर्व विधायक के दबाव में काम करने की बात सही नहीं है. मैं किसी के अनुचित दबाव में काम नहीं करता.

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