हजारीबाग: नीट-यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई की टीम ओएसिस स्कूल के के प्राचार्य डॉ एहसान उल हक को पटना से वापस हजारीबाग ले आयी है. फिलहाल बैंक, कुरियर दफ्तर और संबंधित स्कूल में जाकर जांच कर रही है. बैंक के अधिकारियों और स्कूल के अन्य शिक्षकों से पूछताछ की. इसके बाद जांच एजेंसी की टीम हजारीबाग के सीसीएल चरही गेस्ट हाऊस पहुंची. गौरतलब है कि सीबीआई के 12 अधिकारी बुधवार को हजारीबाग पहुंचे और स्कूल के प्रधानाध्यापक को अपने साथ पटना ले गयी, जहां उनसे पूछताछ की थी.
ईओयू की टीम भी आयी थी हाजारीबाग
चार मई को पटना के रामकृष्ण नगर थाना क्षेत्र के खेमनीचक स्थित लर्न्ड एवं प्ले स्कूल समेत अन्य स्थानों पर पुलिस ने छापेमारी की थी. यहां उन्हें अधजला नीट-यूजी का प्रश्न-पत्र बरामद किया था. जांच में प्रश्न-पत्र का कोड हजारीबाग के ओएसिस स्कूल का मिला. जिसके बाद ईओयू की टीम ने भी संबंधित स्कूल में आकर जांच की थी. जांच के दौरान पता चला कि पैकिंग के संदिग्ध पॉलीबैग, संबंधित अभ्यर्थी से बरामद मूल प्रश्न पत्र की पैकिंग और संबंधित पैकिंग ट्रंक में छेड़छाड़ हुआ है.
ओएसिस विद्यालय के प्राचार्य ने खारिज किया स्कूल से पेपर लीक होने की घटना
हजारीबाग ओएसिस विद्यालय के प्राचार्य डॉ एहसान उल हक ने स्कूल से पेपर लीक होने की घटना को खारिज किया है. कुछ दिन पहले उन्होंने प्रेस वार्ता कर इस बात की जानकारी दी थी. उन्होंने कहा था कि चार मई की रात पटना के खेमनीचक स्थित लर्न एंड प्ले स्कूल में 35 से 40 छात्रों को रखकर प्रश्न पत्र का उत्तर रटाया जा रहा था. हालांकि स्कूल के कोड का अधजला प्रश्न पत्र मिलना जांच का विषय है.
घटना का वीडियो मौजूद
डॉ एहसान का कहना था कि पांच मई की सुबह 7:30 बजे स्टेट बैंक से शहर के पांच परीक्षा केंद्रों के लिए प्रश्न पत्र का बक्सा रिसीव किया गया. उस समय एनटीए द्वारा नियुक्त पांचों आब्जर्वर, पांच सेंटर के प्राचार्य, दो बैंक के अधिकारी और एनटीए सीटी कॉर्डिनेटर मौजूद थे. नियम के तहत प्रश्न पत्र का बक्सा रिसीव किया गया. स्कूल में जो प्रश्नपत्र का बॉक्स आता है, वो सात लेयर में कवर्ड होता है. जिसका वीडियो मौजूद है.