हजारीबाग: पटना के रामकृष्णा नगर स्थित एक निजी स्कूल से बरामद हुआ नीट यूजी 2024 का अधजला जब्त प्रश्न पत्र का सीरियल कोड हजारीबाग (झारखंड) के मंडई रोड स्थित ओएसिस स्कूल परीक्षा केंद्र से लीक हुआ था. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) के सत्यापन में प्रथमदृष्टया इस परीक्षा केंद्र से प्रश्न पत्र की पैकिंग के संदिग्ध पॉलीबैग, संबंधित अभ्यर्थी से बरामद मूल प्रश्न पत्र की पैकिंग और संबंधित पैकिंग ट्रंक में इन सभी के साथ छेड़छाड़ होना पाया गया है. इओयू ने आधिकारिक रूप से इसकी जानकारी देते हुए बताया है कि सभी सबूतों को जब्त कर लिया गया है.
इओयू ने स्पष्ट किया है कि प्रश्न पत्र की सॉल्वड पीडीएफ कॉपी संजीव कुमार उर्फ लूटन मुखिया के माध्यम से गिरफ्तार अभियुक्त बालदेव कुमार उर्फ चिंटू के मोबाइल पर परीक्षा तिथि यानि पांच मई 2024 की सुबह पहुंची थी, जिसके बाद उसे अभ्यर्थियों को रटवाया गया. इओयू ने बताया कि जब्त अधजले प्रश्न के सीरियल कोड से संबंधित जानकारी 20 जून को एनटीए से मिलने के बाद स्पष्ट हुआ कि उक्त सीरियल कोड हजारीबाग के मंडई रोड के कल्लू चौक स्थित ओएसिस स्कूल का है.
इसके बाद इओयू की टीम ने हजारीबाग जाकर इसका सत्यापन किया. सत्यापन में पैकिंग ट्रंक में प्रथमदृष्टया छेड़छाड़ होना पाया गया है. इसके बाद संबंधित परीक्षा केंद्र, एसबीआइ बैंक शाखा और ब्लू डार्ट कंपनी के दफ्तरों में संबंधित कर्मियों का बयान लिया गया है. इओयू ने कहा कि प्रश्न पत्रों के ट्रांसपोर्टेशन, स्टोरेज व हैंडओवर-टेकओवर में एनटीए के निर्धारित मानकों का पालन नहीं किया गया. इसके कारण प्रश्न पत्रों के बक्सों और लिफाफों में हुई छेड़छाड़ नहीं पकड़ी जा सकी. इसको देखते हुए पूरी ” चेन ऑफ कस्टडी ” में किस स्तर पर और किस समय प्रश्न पत्र का लीकेज हुआ, इस संबंध में जांच चल रही है.
संजीव कुमार उर्फ लूटन मुखिया गिरोह से मिला था प्रश्न पत्र
इओयू ने बताया है कि इस कांड में संगठित अंतरराज्यीय पेशेवर गिरोह की संलिप्तता सामने आयी है. जांच में पता चला है कि शनिवार को झारखंड के देवघर से गिरफ्तार बालदेव कुमार उर्फ चिंटू को ही परीक्षा के दिन यानि पांच मई 2024 की सुबह सॉल्वड प्रश्न पत्र की पीडीएफ कॉपी मिली थी. चिंटू प्रश्न पत्र लीक कांड के पेशेवर अपराधी संजीव कुमार उर्फ लूटन मुखिया गिरोह से जुड़ा है. पीडीएफ कॉपी मिलने के बाद चिंटू ने रामकृष्णा नगर स्थित स्कूल में रखे प्रिंटर से प्रतियां निकाल कर अभ्यर्थियों का ग्रुप बना कर उनको रटवाया.